टीम इंस्टेंटखबर
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज लखनऊ में इस बात को स्वीकार किया किया कि बहजाप अपनी विचारधारा को घर घर पहुँचने में कामयाब जबकि कांग्रेस पार्टी ऐसा नहीं कर पार रही है. उन्होंने कहा कि जी-जान से लड़ने के बावजूद पार्टी को हार मिली लेकिन मायूस होने का वक्त नहीं है, बल्कि दोगुनी ऊर्जा से लड़ाई लड़नी पड़ेगी। प्रियंका ने कहा कि वो उत्तर प्रदेश में दोगुनी मेहनत करेंगी और तब तक लड़ेंगी जब तक जीतेंगी नहीं। कांग्रेस महासचिव आज लखनऊ में आयोजित पार्टी की नव संकल्प में प्रदेश भर से शामिल होने आये पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं को संबोधित कर रही थीं।

उन्होंने कहा कि पार्टी की हार हुई, ये एक सच्चाई है, जबकि पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत ने पूरे देश के कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया था। हमें और गहराई से काम करने की ज़रूरत है। जनता से जुड़ने के लिए हमें और प्रयास करना होगा। सिर्फ़ राजनीतिक नहीं सामाजिक मसलों पर भी जनता से जुड़ाव बनाना होगा।

प्रियंका ने कहा कि इस समय भाजपा जिस तरफ देश के ले जा रही है यह वह देश नहीं है जिसके लिए महात्मा गाँधी, सरदार पटेल और डॉ.आंबेडकर ने लड़ाई लड़ी थी। हमें घर-घर जाकर लोगों को हक़ीक़त बतानी होगी। 2014 तक देश की अर्थव्यवस्था आगे बढ़ रही थी, लेकिन आज देश की बुरी हालत पूरी दुनिया देख रही है। युवाओं को जीत-धर्म के नाम पर बांटकर उनका भविष्य बर्बाद किया जा रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हालात बदलने के लिए नई ऊर्जा से जुटना होगा, मैं उनके साथ दोगुनी ताकत से मेहनत करूंगी। हमें उदयपुर चिंतन शिविर में पारित हुए घोषणापत्र की भावना को समझकर आगे बढ़ना होगा।

कांग्रेस महासचिव ने कांग्रेस के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की तारीफ़ करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने जी-जान से संघर्ष किया। सिर्फ चुनाव के समय नहीं बल्कि कोविड काल में भी उनके नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर काम किया। सड़क पर उतरकर लाठियां खाईं, संघर्ष किया।