आम आदमी पार्टी और बसपा ने मीटिंग से किया किनारा

टीम इंस्टेंटख़बर
कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी एकता को और मजबूत करने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज विपक्षी दलों के नेताओं को कांस्टीट्यूशन क्लब में नाश्ते पर आमंत्रित किया, जिसमें आप और बसपा को छोड़कर 15 दलों ने शिकत की।

ऐसा माना जा रहा है कि पेगासस, मंहगाई, बेरोज़गारी और किसानों के मुद्दे पर संसद में मोदी सरकार को घेरने के लिए रणनीति पर चर्चा करने के लिए राहुल गांधी ने यह मीटिंग बुलाई है।

बैठक के दौरान राहुल गांधी ने विपक्षी पार्टियों से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा, ‘हमें इस आवाज को एकजुट करना होगा, ये आवाज जितनी एकजुट होगी उतनी ही मजबूत होगी। भाजपा और आरएसएस के लिए इस आवाज को दबाना उतना ही मुश्किल होगा।’

वहीं, पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर अपना विरोध जताने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत विपक्ष के अन्य नेता साइकिल से संसद जा रहे हैं।

बता दें कि राहुल की मीटिंग के लिए लेफ्ट पार्टियों, राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना, आम आदमी पार्टी, मुस्लिम लीग और नेशनल कॉन्फ्रेंस सहित 17 दलों के नेताओं को न्योता भेजा गया था। दोनों सदनों में विपक्षी नेताओं को भी न्योता भेजा गया था।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पिछले हफ्ते दिल्ली दौरे पर थीं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास 10 जनपथ में मुलाकात की थी। मीटिंग में राहुल गांधी भी मौजूद थे। मुलाकात के बाद ममता ने कहा था कि हमने राजनीतिक परिस्थितियों, पेगासस और कोरोना की स्थिति और विपक्ष की एकता पर चर्चा की। मुझे लगता है कि भविष्य में इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।