कानपूर: उत्तर प्रदेश में लगातार फिरौती और हत्या के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले एक महीने से अपराधों के लिए सुर्ख़ियों में चल रहे कानपूर में आज फिरौती के लिए दोस्त की हत्या का मामला सामने आये है| कानपुर में अपहरण के बाद फिरौती की रकम ना मिलने पर एक शख्स ने अपने दोस्त को मौत के घाट उतार दिया । 12 दिन से लापता चल रहे धर्मकांटा के एक मैनेजर का शव एक कुएं से बरामद किया गया है।

20 लाख की थी डिमाण्ड
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में 17 जुलाई को धर्मकांटा के मैनेजर बृजेश पाल का अपहरण किया गया था। घर ना पहुंचने पर उनके भाई ने फोन किया तो फोन पर जवाब मिला कि बृजेश की सलामती के लिए पांच दिन के अंदर 20 लाख रुपए देने होंगे। इसके बाद से बृजेश का फोन लगातार बंद आ रहा था। पुलिस को इस बारे में सूचना दी गई जिसके बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। पुलिस के मुताबिक बृजेश धर्मकांटा के जिस आफिस से गायब हुआ था उसके बाहर एक जेसीबी चालक व एक मजदूर सोया था लेकिन किसी को उसके अगवा होने की भनक तक नहीं लगी। पुलिस ने बृजेश के जानने वालों के फोन कॉल्स सर्विलांस पर लगाए और इसके बाद कॉल डिटेल्स के आधार पर जांच शुरु कर दी।

दोस्त ने की हत्या
बृजेश की हत्या उसके दोस्त सुबोध ने की। 17 जुलाई की रात वह अपनी कार से बृजेश से मिलने गया। पार्टी का बहाना बनाकर उसे धर्मकांटे से बाहर बुलाकर गाड़ी में बैठाकर शराब पिलाई और बृजेश के लिए मंगाई सॉफ्ट ड्रिंक में नींद की गोलियां मिला दी।बृजेश के बेहोश होते ही रस्सी से गला कसकर उसकी हत्या कर दी।

कुँए में मिली लाश
SP कानपुर देहात,अनुराग वत्स ने बताया कि “थाना भोगनीपुर क्षेत्र में 17 तारीख को एक तहरीर प्राप्त हुई जिसमें बताया गया कि बृजेश नाम का एक 25 वर्षीय लड़का, जो धर्मकांटे पर काम करता था, उसका धर्मकांटे से अपहरण हुआ है। जांच में पता चला है कि बृजेश के दोस्त सुबोध सचान ने घटना को अंजाम दिया है। बृजेश की कोल्ड ड्रिंक में नींद की दवाई मिलाकर, रस्सी से उसकी हत्या की गई। जिसके बाद शव को गाड़ी में ले जाकर कुएं में फेंक दिया। बृजेश के घरवालों से हत्या के बाद फिरौती मांगी गई।