टीम इंस्टेंटखबर
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन का खौफ हर ओर देखा जा सकता है. भारत ने वेरिएंट के खतरे को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने की योजना फिलहाल के लिए टाल दिया है. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने बुधवार को भारत से अनुसूचित वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री एयरलाइन सेवाओं को फिर से शुरू करने में देरी की बात कही है.

DGCA ने यह भी उल्लेख किया कि वह नियत समय पर उसी पर अपने निर्णय को सूचित करेगा. पिछले महीने के अंत में एक बैठक में, केंद्र सरकार ने घोषणा की थी कि भारत के लिए/से वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 15 दिसंबर से फिर से शुरू होंगी. 20 महीने से अधिक समय के लंबे अंतराल के बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने का ऐलान किया गया था.

हालांकि, यह निर्णय पिछले रविवार को हुई समीक्षा बैठक के बाद तब लिया गया, जब सरकार ने ओमीक्रॉन के उद्भव की रिपोर्ट के बाद रणनीति की समीक्षा की थी. कोविड-19 महामारी को फैलने से रोकने के लिए इन उड़ानों को निलंबित किए जाने के करीब 20 महीने बाद, सरकार ने 15 दिसंबर से निर्धारित नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने का फैसला किया था.

अब, नागरिक उड्डयन पर नियामक निकाय द्वारा जारी एक नोटिस के जरिए आज यह पुष्टि की गई कि केंद्र सरकार वास्तव में वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने की योजना पर ब्रेक लगा रही है और संबंधित अधिकारी वैश्विक कोरोना वायरस की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं, विशेष रूप से नए ओमीक्रॉन वैरिएंट के उद्भव के मद्देनजर, जिसे अत्यधिक संक्रामक कहा जाता है और तेजी से उत्परिवर्तन से गुजरने में सक्षम है.