नई दिल्ली: दुनिया भर में कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप जारी है। अब तक 7,595,791 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। वहीं 423,819 लोगों की इस वायरस के कारण मौत हो चुकी है। फिलहाल सक्रिय मामलों की तादाद 3,330,634 है। जबकि 3,841,338 लोग ठीक हो चुके हैं। इस बीच अमेरिका और ब्राजील के बाद सर्वाधिक प्रभावित देश रूस में संक्रमण मामले पांच लाख पार हो चुके हैं।

अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 20 लाख के ऊपर पहुंच गए हैं। गुरुवार को अमेरिका में कोरोना संक्रमण के कुल मामले 2,089,701 हो गए। वर्ल्डोमीटर के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में अब तक कुल 116,034 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई है। दुनिया भर में कोरोना संक्रमण के मामलों में अमेरिका सबसे आगे हैं। जबकि दूसरे स्थान पर ब्राजील है जहां अब तक कोरोना संक्रमण के कुल मामले 805,649 हैं। बता दें कि अमेरिका प्रतिदिन लगभग 5 लाख टेस्ट कर रहा है।

इस बीच, रूस में जहां कुल संक्रमित 502,436 हो चुके हैं वहीं मृतक संख्या 6,532 हो चुकी है। देश में 24 घंटे में 8,779 नए मामले सामने आए हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इस बात के बेहद कम सुबूत हैं कि मौसम बदलने पर कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार पर प्रभाव पड़ेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपातकालीन कार्यक्रम के प्रमुख माइक रयान ने कहा, “हम इस उम्मीद पर फिलहाल विश्वास करके नहीं बैठ सकते हैं कि मौसम परिवर्तन या फिर तापमान बढ़ना इस वायरस का जवाब हो सकता है।” उन्होंने कहा, “फिलहाल हमारे पास इस बात का कोई ऐसा डेटा नहीं है जो यह बताए कि क्या मौसम बदलने से यह वायरस और ख़तरनाक हो जाएगा या और तेज़ी से फैलेगा या फिर ऐसा नहीं होगा।” महामारी के शुरुआती समय में कुछ लोगों का ऐसा मानना था कि मौसम गर्म होने पर कोविड19 का प्रकोप कम हो जाए। मगर अब जिस तरह से वायरस व्यवहार कर रहा है यह विचार धुंधला पड़ता दिख रहा है। रयान ने वैश्विक स्तर पर पीपीई किट्स की कमी की भी बात की। उन्होंने कहा “कुछ देशों में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति बेहद ख़राब है और वहां स्थिति चिंताजनक है।”