लखनऊ :
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश असीम सम्भावनाओं का प्रदेश है। दुनिया में कहीं भी इतनी सम्भावनाएं नहीं हैं। यहां दुनिया की सबसे उर्वरा भूमि तथा सबसे अच्छा जल संसाधन मौजूद है। प्रदेश का सर्विस सेक्टर, प्रतिभावान तथा ऊर्जा से भरपूर युवा और दुनिया का सबसे बड़ा एम0एस0एम0ई0 बेस हमारी सम्भावनाओं को आगे बढ़ाते हैं। प्रदेश में यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से 33 लाख 52 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। यह अभी शुरुआत है। यह उत्तर प्रदेश के सामर्थ्य की एक झलक मात्र है। यह यात्रा बहुत आगे बढ़नी है। उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में से एक होगा।

मुख्यमंत्री आज एक कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 1947 में देश की आजादी के समय उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से अच्छी थी। जाति, मत, मजहब के विवाद एवं भ्रष्टाचार के कारण वर्ष 2016-17 तक आते-आते यह देश के औसत की एक तिहाई रह गयी। विगत 06 वर्षां में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय दोगुना हुई है। राज्य की जी0डी0पी0 भी दो गुनी हुई है। अगले पांच वर्षां में यह राष्ट्रीय औसत से अधिक होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने उत्तर प्रदेश को देश के विकास का ग्रोथ इंजन बनाने के लिए कार्य प्रारम्भ किये हैं। पिछले 06 वर्षां में हमारी प्रगति सार्थक दिशा में आगे बढ़ी है। राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत न्यू एज कोर्सेज तथा ट्रेड प्रारम्भ किये हैं। विद्यार्थियों को नये कोर्सेज के साथ जोड़ा जा रहा है। युवाओं को ड्रोन तकनीक, रोबोटिक्स सहित तकनीकी के नये कोर्स में प्रशिक्षित किया जा रहा है। अगर हमारे युवा वैश्विक बाजार में जाने के इच्छुक हैं, तो इसके लिए भी उन्हें तैयार किया जा रहा है। राज्य सरकार ने प्रदेश में वोकेशनल एजुकेशन के क्षेत्र में अच्छे संस्थानों के विकास के लिए टाटा टेक्नोलॉजीज के साथ सहयोग के कार्यक्रम को सहमति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था की ग्रोथ के लिए निवेश और उद्योग जगत की उपस्थिति महत्वपूर्ण है। प्रदेश में आयोजित निवेश महाकुम्भ यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की विशेषता है कि इसके माध्यम से 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए मिले हैं। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए 04 लाख 29 हजार करोड़ रुपये के प्रस्ताव मिले हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के 26 जनपद तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्र के 07 जनपदों सहित प्रदेश के सभी 75 जनपदों में निवेश होने जा रहा है। अब प्रदेश के युवा को नौकरी/रोजगार के लिए देश के अन्य राज्यों अथवा विदेश में नहीं जाना होगा, उन्हें उत्तर प्रदेश में ही नौकरी/रोजगार प्राप्त होगा। प्रदेश में उद्योग लगने से यहां के किसानों तथा श्रमिकों को लाभ होगा।