मुंबई: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि महाराष्ट्र में चक्रवात निसर्ग के रायगढ़ के तट से टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और यह तीन घंटे तक जारी रहेगी. चक्रवात तटीय महाराष्ट्र से होकर गुजरा है, जो मुख्य रूप से रायगढ़ जिले को कवर करता है. रायगढ़ में तेज हवा और बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ है. तूफानी हवाओं की वजह से मकानों के छप्पर तक उड़ जा रहे हैं.

महाराष्ट्र के पालघर और पड़ोसी जिले ठाणे में बृहस्पतिवार तक पहले ही निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और मछुआरों सहित सभी लोगों से समुद्र में ना जाने को कहा गया है. जिले के क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख संतोष कदम ने बताया कि ठाणे जिले में भाइंदर के उत्तन तट पर एनडीआरएफ के एक दल को तैनात किया गया है, जहां अधिकतर मछुआरे रहते हैं.राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दो दलों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पालघर में तैनात किया गया है.

बहरहाल, निसर्ग चक्रवात के महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में पहुंचने के बारे में भारतीय मौसम विभाग की ओर से जानकारी देते हुए ट्वीट किया गया, ‘निसर्ग चक्रवात का केंद्र महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों से काफी करीब है। लैंडफॉल की प्रक्रिया अभी जारी है और अगले तीन घंटे में ये पूरा हो जाएगा। निसर्ग का नॉर्थईस्ट सेक्टर तट पर आ रहा है।’

चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया अपराह्न करीब साढ़े 12 बजे आरंभ हो गई थी। आखिर अपडेट के अनुसार चक्रवात मुंबई से 95 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अलीबाग से करीब 40 किलोमीटर दूर था। आईएमडी ने एक बयान में कहा, ‘बादल का दाहिना हिस्सा महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र, खासकर रायगढ़ जिले से होकर गुजर रहा है।’ उन्होंने बताया कि चक्रवात के कारण इस समय 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।