बंगलुरु:
न्यूाईलैण्ड ने वर्ल्ड कप 2023 में अपने आखिरी लीग मैच में श्रीलंको को बिना किसी परेशानी के 5 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली है, इसका मतलब ये हुआ कि किसी मोजिज़ें की आस लगाए बैठी पाकिस्तान की टीम के साथ अफ़ग़ानिस्तान के सपने भी चूर चूर हो गए. वहीँ इस हार के साथ श्रीलंका की टीम का 2025 में होने वाली ICC चैंपियंस ट्रॉफी में जगह बनाना उतना ही मुश्किल हो गया जिसतना पाकिस्तान का सेमीफाइनल खेलना जबकि आजके मैच के बाद अफ़ग़ानिस्तान का कोई चांस ही नहीं बनता इसलिए कल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाला उसका मैच मात्र औपचारिकता ही है.

बेंगलुरु में खेले गए इस मुकाबले में न्यूजीलैंड ने पहले तो श्रीलंका को सिर्फ 171 रनों पर ढेर किया और फिर 24 ओवरों के अंदर ये लक्ष्य भी हासिल कर लिया. इसके साथ ही न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली, जबकि श्रीलंका और ‘कुदरत के निजाम’ के भरोसे बैठे पाकिस्तान की उम्मीदों को भी लगभग खत्म ही कर दिया.

पिछले लगातार 4 मैचों में हार के कारण न्यूजीलैंड के लिए सेमीफाइनल में पहुंचना मुश्किल दिखने लगा था. उसके लिए अपने आखिरी मैच में श्रीलंका को हराना बेहद जरूरी था. हालांकि उसे ऐसी जीत भी दर्ज करने की जरूरत थी, जिससे पाकिस्तान और अफगानिस्तान की उम्मीदें खत्म हो जाएं. बेंगलुरु में केन विलियमसन की टीम ने निराश नहीं किया. गेंदबाजों ने इस जीत की बुनियाद रखी और फिर बल्लेबाजों ने बखूबी उसे अंजाम तक पहुंचाया.

एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में पाकिस्तान को श्रीलंका से एक दमदार प्रदर्शन के अलावा बेंगलुरु के मौसम से भी आस थी. पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश और गुरुवार के लिए बारिश के अनुमान ने पाकिस्तान को कुछ उम्मीद दी थी. दोनों ही मोर्चों पर पाकिस्तान को निराशा ही मिली. श्रीलंका के बल्लेबाजों ने इस मैच में बुरी तरह निराश किया. ओपनर कुसल परेरा ने सिर्फ 22 गेंदों में इस वर्ल्ड कप का सबसे तेज अर्धशतक जरूर जडा, लेकिन दूसरी ओर से लगातार विकेट गिरते रहे. सिर्फ 70 रन तक परेरा समेत 5 विकेट गिर गए थे, जिसमें से तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने ही 3 विकेट झटके थे.

इसके बाद लॉकी फर्ग्युसन और मिचेल सैंटनर ने श्रीलंका को मैच से ही बाहर कर दिया. 24वें ओवर तक श्रीलंका ने 113 रन पर ही 8 विकेट गंवा दिए थे. इसके बावजूद श्रीलंका के निचले क्रम ने न्यूजीलैंड को परेशान किया. 9वें नंबर के बल्लेबाज महीष तीक्षणा ने आखिरी विकेट के लिए दिलशान मदुशंका के साथ मिलकर 43 रन की साझेदारी करते हुए टीम को किसी तरह 171 रन तक पहुंचाया, जिससे गेंदबाजों के लिए कुछ कमाल करने का मौका बना.

गेंदबाजों के कमाल के बाद बल्लेबाजों की बारी थी और यहां भी कीवी खिलाड़ियों ने निराश नहीं किया. डेवन कॉनवे और रचिन रविंद्र ने ओपनिंग में आकर तेजी से 86 रनों की साझेदारी की. हालांकि लगातार ओवरों में दोनों ही आउट हो गए. इसके बाद डेरिल मिचेल ने कप्तान केन विलियमसन और फिर ग्लेन फिलिप्स के साथ मिलकर टीम को जीत के करीब पहुंचाया. न्यूजीलैंड ने 5 विकेट जरूर गंवाए लेकिन सिर्फ 23.2 ओवरों में उसने लक्ष्य हासिल कर लिया.

इस जीत ने न्यूजीलैंड का सेमीफाइनल लगभग पक्का कर दिया. उसके साथ दावेदारी में पाकिस्तान और अफगानिस्तान भी थे, लेकिन अफगानिस्तान का नेट रनरेट पहले से ही नेगेटिव में था, तो उसका न्यूजीलैंड को पीछे छोड़ना अब असंभव है. जहां तक पाकिस्तान की बात है तो उसके लिए भी लगभग असंभव ही स्थिति है. अपने आखिरी मैच में पाकिस्तान को इंग्लैंड के खिलाफ या तो 287 रन के अंतर से जीत दर्ज करनी होगी या फिर इंग्लैंड से मिले लक्ष्य को सिर्फ 17 गेंदों के अंदर हासिल करना होगा. दोनों ही स्थिति लगभग असंभव है. यानी कुदरत का निजाम इस बार पाकिस्तान के काम नहीं आया.