नई दिल्ली: लोगों की लापरवाही देश में कोरोना संक्रमण का विस्फोटक रूप तक ले जा सकती है. एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन 4 में सभी सरकारी, प्राइवेट कार्यालय और दुकानें खोल दी गई हैं. महानगरों में लोगों की आबादी बहुत ज्यादा है. जिससे रोज संक्रमितों के आंकड़े बढ़ रहे हैं. कई जगह सार्वजनिक शौचालय, सार्वजनिक किचन और घरों के बीच लोग फिजिकल डिस्टेंसिंग नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जरा सी लापरवाही कम्युनिटी ट्रांसफर की ओर ले जा सकती है.

डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि जब तक देश में कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है तब तक घर से निकलते समय हर व्यक्ति को यह सोचना चाहिए कि बाहर सभी लोगो संक्रमित हैं और उसे अपने बचाव के लिए मास्क पहनना है. हर किसी से कम से कम दो गज की दूरी बनाकर रखनी है. साबुन से या सैनिटाइजर से हाथ साफ करते रहना है. अगर आपको लगता है कि कोरोना के लक्षण हैं, बुखार और जुकाम है तो तुरंत टेस्ट कराएं. अगर किसी कर्मचारी का घर हॉटस्पॉट क्षेत्र में है और वह वहां से आ रहा है तो ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है.