वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह जी7 सम्मेलन को फिलहाल सितंबर तक टालने जा रहे हैं। साथ ही ट्रंप ने कहा कि वह इसमें भारत, रूस, साउथ कोरिया और ऑस्ट्रेलिया को शामिल करना चाहते हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने वर्तमान जी7 सम्मेलन फॉर्मैट को आउटडेटेड (पुराना) बताते हुए कहा, ‘मैं इस समिट को स्थगित कर रहा हूं क्योंकि मुझे ये नहीं लगता कि दुनिया में जो चल रहा है, उसकी ये सही नुमाइंदगी करता है। यह देशों का बहुत ही पुराना समूह हो गया है।’

बता दें कि 46वां जी7 शिखर सम्मेलन पहले 10 से 12 जून के बीच वॉशिंगटन में प्रस्तावित था। लेकिन कोरोना महामारी की वजह से बाद में इसे जून के अंत तक के लिए शिफ्ट कर दिया गया। G7 में अभी अमेरिका के अलावा इटली, जापान, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन के साथ यूरोपियन यूनियन शामिल हैं।

जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मेजबानी में प्रस्तावित जी-7 देशों की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगी। मर्केल के कार्यालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। इससे पहले 10-12 जून को कैंप डेविड में निर्धारित सालाना जी-7 सम्मेलन को रद्द कर दिया गया था।

उसके बाद ट्रंप ने एक सप्ताह पहले कहा था कि वह इन देशों के नेताओं से आमने-सामने बैठक करने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि ऐसा करने से यह संदेश जाएगा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान हालात सामान्य हो रहे हैं। ट्रंप की घोषणा के तत्काल बाद मर्केल ने कहा था कि उन्होंने आमने-सामने या वीडियो कांफ्रेंस के जरिये होने वाली बैठक में शिरकत करने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया है। लेकिन अब मर्केल के कार्यालय ने साफ कर दिया है कि वह बैठक में भाग नहीं लेंगी। मर्केल के कार्यालय ने कहा, ”कोरोना वायरस से उत्पन्न हालात के मद्देनजर वह बैठक में शामिल होने का वादा नहीं कर सकतीं।”