हमीरपुर:
जिला स्वास्थ्य समिति के बैनर तले मातृ स्वास्थ्य में अग्रणी भूमिका निभाने वाले जनपद के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर सीएमओ ने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को मातृ मृत्यु दर में और कमी लाए जाने को प्रयास करने की नसीहत दी।

सीएमओ डॉ.रामअवतार सिंह के आवास पर आयोजित हुए इस कार्यक्रम में महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ.फौजिया अंजुम नोमानी, एमओआईसी मौदहा डॉ.रजत रंजन तिवारी, सुमेरपुर के डॉ.तरुण पाल, मुस्करा के डॉ.ब्रजनंदन राजपूत, कुरारा के डॉ.सुनील जायसवाल, राठ के डॉ.अखिलेश कुमार सहित स्टाफ नर्स, एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। इन सभी ने अपने-अपने कार्य क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करते हुए गंभीर गर्भावस्था से गुजरने वाली महिलाओं का सुरक्षित तरीके से प्रसव कराने और नवजात शिशु के प्रबंधन में बेहतर कार्य करके दिखाया है।

इस कार्यक्रम में सीएमओ ने वर्ष 2020-21 में हुए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-4 (एनएफएचएस-4) का हवाला देते हुए बताया कि तब प्रदेश में प्रति एक लाख में मातृ मृत्यु की दर 197 थी, जो पांचवें सर्वे में घटकर 167 पहुंच गई है। यह बड़ी उपलब्धि है, लेकिन अभी इसे और कम करने की आवश्यकता है। इस दिशा में जनपद की टीम अच्छा कार्य भी कर रही है। उन्होंने केरल प्रदेश का उदाहरण दिया, जहां प्रति एक लाख में मातृ मृत्यु की दर सिर्फ 13 है।

सीएमएस डॉ.फौजिया अंजुम नोमानी ने कहा कि यदि एनीमिया पर काबू पा लिया जाए तो मातृ मृत्यु की दर में गिरावट लाई जा सकती है। फील्ड वर्कर्स महिलाओं को प्रसव पूर्व जांचों के प्रति और जागरूक करें। कार्यक्रम को राठ की डॉ.संतोष सिंह, आरसीएच के नोडल अधिकारी/एसीएमओ डॉ.महेशचंद्रा, डॉ.धनपत सिंह आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अनिल यादव ने किया।

इस मौके पर मुख्य रूप से एनएचएम के डीपीएम सुरेंद्र साहू, मातृ स्वास्थ्य सलाहकार दीपक यादव, डीसीपीएम मंजरी गुप्ता, डॉ.शमा परवीन, डॉ.नाजिश, डॉ.रश्मि खरे, परिवार परामर्श काउंसलर निकिता, अर्बन कोआर्डिनेटर पीयूष वर्मा, एआरओ गणेश, सिद्धार्थशंकर सिंह, गनेश कुमार आदि मौजूद रहे।