12 घंटे चली पूछताछ, जवाबों से संतुष्ट नहीं हुई पुलिस, काम न आये हलफनामे

टीम इंस्टेंटखबर
लखीमपुर कांड में मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा के जवाबों से असंतुष्ट पुलिस ने 12 घंटे चली पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है.

सहारनपुर के डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने कहा कि लंबी पूछताछ के बाद हमने पाया कि आशीष मिश्रा सहयोग नहीं कर रहे हैं इसलिए हम उन्हें गिरफ़्तार कर रहे हैं, अब उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा. इससे पहले आशीष से आज लंबी पूछताछ की गई थी. हिंसा मामले में आरोपी आशीष दूसरे समन पर आज क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुआ था.

जानकारी के मुताबिक क्राइम ब्रांच की पूछताछ के लिए वह अपने दर्जनों समर्थकों के साथ हलफनामा लेकर पहुंचा था. जिसमें कहा गया था कि घटना के समय वह एक टीवी कार्यक्रम में था. वह उस समय घटना वाली जगह पर नहीं था.

3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद पूरा विपक्ष सरकार पर हमलावर है, विशेषकर कांग्रेस पार्टी. आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है. एफआईआर के अनुसार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का पुत्र आशीष मिश्रा उस कार में बैठा था, जिसने किसानों को रौंदा था. इसी के साथ आशीष मिश्रा के ऊपर गोलियां चलाने का भी आरोप है. जानकारी के अनुसार बहराइच जिले के जगजीत सिंह की शिकायत पर एफआईआऱ दर्ज की गई है.

एफआईआऱ में कहा गया है कि हिंसा सुनियोजित थी. इसके लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और उनके बेटे ने साजिश रची. आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री की ओर से भड़काऊ बयानबाजी की गई. इससे हिंसा भड़की और 8 लोगों की जान गई. एफआईआर में ये भी लिखा गया है कि उस दिन किसान महाराज अग्रसेन इंटर कॉलेज के मैदान में इकट्ठे हुए थे और बनबीर जा रहे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे.