मुंबई:
शिवसेना में उद्धव ठाकरे गुट ने पार्टी के 12 विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग करते हुए याचिका दी है. इसमें बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे और भरत गोगावाले का भी नाम है. जिन 12 विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है, उनमें महेश शिंदे, अब्दुल सत्तार, संदीपन भुमरे, भरतसेठ गोगावले संजय शिरसाट, यामिनी जाधव, प्रभाकर सुर्वे, तानाजी सावंत, एकनाथ शिंदे, बालाजी किनिकार,अनिल बाबर, लता सोनवाने के नाम शामिल हैं.

इससे पहले महा विकास अघाड़ी सरकार की लीगल टीम के सूत्रों की ओर से संकेत थे कि सभी बागी विधायकों की जगह 15 के करीब विधायकों के खिलाफ ऐसी याचिका दी जा सकती है. इस बीच, गुरुवार रात को शिवसेना के दो और विधायक दादा भूसे औऱ संजय राठौड़ गुवाहाटी पहुंचे. इससे बागी गुट की संख्या 40 हो गयी है.

शिवसेना के 12 विधायकों पर कार्रवाई के बाद एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम आपके तरीके और कानून जानते हैं. संविधान की 10वीं अनुसूची के अनुसार व्हिप विधानसभा कार्य के लिए है, बैठकों के लिए नहीं. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के कई फैसले हैं. 12 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की अर्जी देकर आप हमें डरा नहीं सकते. क्योंकि हम आदरणीय शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के असली शिव सैनिक हैं. हम कानून जानते हैं, इसलिए हमको धमकी मत दो, तुम्हारे पास संख्या नहीं है फिर भी सरकार चला रहे हो. अब हम तुम पर कार्रवाई की मांग करते हैं.

वहीँ महाराष्‍ट्र में छाए सियासी संकट के बीच शिवसेना के प्रवक्‍ता और सांसद संजय राउत ने ट्वीट किया है. बागी विधायकों को संबोधित इस ट्वीट में कहा गया है, ‘चर्चा से मार्ग निकल सकता है. चर्चा हो सकती है. घर के दरवाजे खुले हैं. दर-दर क्यों भटक रहे हो? गुलामी झेलने से अच्छा है स्वाभिमान तरीके से निर्णय लें. जय महाराष्ट्र!’