टीम इंस्टेंटखबर
कथित राष्ट्रवादी गीतकार मनोज मुंतशिर पर अंग्रज़ी की कविता चुराने का आरोप है, उनपर आरोप है कि उन्होंने अपनी किताब ‘मेरी फितरत है मस्ताना’ में अंग्रेजी पोएम ‘मुझे कॉल करना’ का अपने नाम से हिंदी रूपांतरण किया है. इसको लेकर सोशल मीडिया पर मनोज मुन्तशिर को जमकर ट्रोल किया जा रहा है.

इन लोगों ने ट्विटर पर लिखा है कि, मनोज ने रॉबर्ट जे लेवरी की 2007 में छपी बुक Love lost: Love found की ‘काल मी’ नामक कविता का हिंदी अनुवाद कर उसे अपनी कविता के तौर छपवाया है. मनोज मुन्तशिर इससे पहले मुगल बादशाहों को डकैत बताकर विवादों में आ गए थे.

लोग मनोज के इस काम को अनैतिक बता रहे हैं. सोशल मीडिया यूजर्स गुस्से में तरह-तरह के तर्क दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोग यह पूछने लगे कि मनोज आखिर जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं?

मनोज मुंतशिर ने 21 सितंबर की रात को किए गए एक ट्वीट में अपनी बात रखी है. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि, ‘200 पन्नों की किताब और 400 फ़िल्मी- ग़ैर फ़िल्मी गाने मिलाकर सिर्फ 4 लाइनें ढूंढ पाए? इतना आलस? और लाइनें ढूंढों, मेरी भी और बाकी राइटर्स की भी. फिर एक साथ फुरसत से जवाब दूंगा. शुभ रात्रि!’

यह कविता मनोज मुंतशिर की बुक ‘मेरी फितरत है मस्ताना’ में छपी है, जिसे वाणी प्रकाशन ने प्रकाशित किया है. विवाद बढ़ने पर प्रकाशन के अदिति माहेश्वरी ने कहा है कि, ‘हम कॉपी करने के मामले में लेखक के आधिकारिक बयान की प्रतीक्षा करेंगे.’