लखनऊ
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव के लिए प्रचार आज शाम समाप्त हो गया। हालाँकि वोटिंग 23 जून को है लेकिन जीत के दावे अभी से किये जा रहे हैं विशेषकर आज़मगढ़ के लिए जहाँ से अखिलेश यादव के भाई धर्मेंद्र यादव चुनावी मैदान में हैं। बता दें कि ये दोनों सीटें अखिलेश यादव और आजम खान के विधानसभा के लिए निर्वाचित होने पर रिक्त हुई हैं।

यह दोनों लोकसभा क्षेत्र समाजवादी पार्टी के गढ़ माने जाते हैं जहां सत्तारूढ़ भाजपा जीत हासिल कर सपा को बड़ा झटका देना चाहेगी, वहीं समाजवादी पार्टी अपने दोनों मजबूत किलों को अपने पास सुरक्षित रखना चाहेगी। आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव के लिए 23 जून को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा।

आजमगढ़ में 1149 मतदान केंद्र और 2176 मतदान स्थल बनाए गए हैं, जहां 1838000 मतदाता हैं। भाजपा ने इस सीट के उपचुनाव में भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ को एक बार फिर मैदान में उतारा है। वहीँ बहुजन समाज पार्टी ने पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली पर दांव लगाया है। आजमगढ़ में कुल 13 उम्मीदवार इस उपचुनाव के मैदान में हैं। यहां यादव वोटरों की तादाद 21 प्रतिशत है जबकि मुस्लिम मतदाता 15 प्रतिशत हैं। इसके अलावा 20 प्रतिशत दलित तथा 18 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग के गैर यादव मतदाता हैं।

बता दें कि वर्ष 2019 के पिछले लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा था और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यहां से भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ को तीन लाख 61 हजार मतों से परास्त किया था।

वहीँ रामपुर लोकसभा क्षेत्र में 17 लाख से अधिक मतदाता हैं। यहां 50% हिंदू मतदाता और करीब 49% मुस्लिम वोटर हैं। वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार आजम खां ने भाजपा प्रत्याशी जयाप्रदा को एक लाख नौ हजार 997 मतों के भारी अंतर से पराजित किया था। रामपुर लोकसभा उपचुनाव में सीधा मुकाबला सपा के आसिम राजा और भाजपा के घनश्याम सिंह लोधी के बीच है। बसपा ने यहाँ से उम्मीदवार नहीं उतारा है.