नई दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक ने अपने उन खाताधारकों को लोन देने की स्कीम शुरू कर दी है, जिन्हें कोविड-19 के इलाज के लिए पैसे की जरूरत है. एसबीआई कवच पर्सनल लोन स्कीम के तहत खाताधारकों या उनके परिवार के सदस्यों के कोरोना के इलाज के लिए लोन दिए जा रहे हैं. अगर खाताधारक या उसके परिवार का कोई सदस्य 1 अप्रैल 2021 या इसके बाद कोरोनो पॉजीटिव पाया जाता है तो वह इलाज के लिए इस स्कीम के तहत लोन ले सकता है. लोन के तहत इलाज के लिए पहले के खर्च को भी कवर किया गया है. यह लोन वेतन, गैर वेतन शुदा या गैर पेंशनर समेत सभी खाताधारकों को मिल सकता है.

कोरोना के इलाज के लिए इस पर्सनल लोन की ब्याज दर फिलहाल 8.5 फीसदी रखी गई है . इसके तहत पांच लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है. लोन की अवधि पांच साल तक की है. इसमें तीन महीने की मोराटोरियम अवधि भी शामिल है. 60 महीने के लिए दिए जाने वाले इस लोन में तीन महीने की ईएमआई छूट शामिल है. यानी ग्राहक को सिर्फ 57 महीने की ही ईएमआई ही देनी होगी. इस स्कीम के तहत न्यूनतम 25 हजार और अधिकतम पांच लाख रुपये तक लोन लिया जा सकता है. इसके लिए कोई प्रोसेसिंग फीस, सिक्योरिटी डिपोजिट और प्री-पेमेंट पेनाल्टी नहीं लगेगी . लोन के लिए कोई फोरक्लोजर चार्ज भी नहीं लगेगा

लोन के लिए किसी भी एसबीआई ब्रांच के साथ योनो ऐप पर अप्लाई किया जा सकता है. प्री अप्रूव्ड पर्सनल लोन के लिए योनो ऐप पर अप्लाई किया जा सकता है. अगर आप एसबीआई से कोरोना के इलाज के खर्चे के लिए लेते हैं तो इसे जल्द से जल्द चुकाने की कोशिश करें. लोन को पूरे पांच साल की अवधि तक न रखें. इससे आप पर ब्याज का बोझ बढ़ता जाएगा.