नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) नेता और सांसद चिराग पासवान को अपनी हीं पार्टी ने मंगलवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया। सूरजभान सिंह को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। जिसके बाद चिराग पासवान ने बड़ा कदम उठाया है। चाचा पशुपति पारस समेत पांचों सांसदों को पार्टी से हीं निकाल दिया है। चिराग पासवान ने अपने चाचा और सांसद पशुपति कुमार पारस, सांसद वीणा देवी, महबूब अली कैसर, चंदन सिंह और प्रिंस सिंह को पार्टी से निकाल दिया है।

लोजपा नेता राजू तिवारी ने कहा है कि बुलाई गई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ये फैसला लिया गया है। सभी 5 सांसदों को पार्टी से हटाने का फैसला किया गया है। गौरतलब है कि जिस वक्त पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला किया। उसी वक्त चिराग पासवान पटना में अपने आवास पर कार्यकारिणी की बैठक कर रहे थे। उसके बाद अपने सभी सांसदों को पार्टी से हटाने का फैसला किया है।

वहीं, अब चिराग पासवान ने इस पूरे मामले में पहली बार चुप्पी तोड़ी है और चाचा पशुपति पारस के नाम लिखा पुराना खत सोशल मीडिया पर साझा किया है। चिराग ने अपने एक ट्वीट में लिखा है, “पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए किए मैंने प्रयास किया लेकिन असफल रहा।पार्टी माँ के समान है और माँ के साथ धोखा नहीं करना चाहिए।लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है। पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूँ। एक पुराना पत्र साझा करता हूँ।”