यह देश में लीड-पावर्ड स्‍कूलों के लिये गौरव का क्षण है, क्‍योंकि 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों के साल 2022 के बैच ने सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं में अपना परचम लहराया है। इन विद्यार्थियों ने शैक्षणिक उत्‍कृष्‍टता का उच्‍चतम स्‍तर प्राप्‍त करके कई रिकॉर्ड तोड़े हैं। कोविड के कारण पढ़ाई में हुए नुकसान के चलते विद्यार्थियों की शुरुआत भले ही धीमी रही हो लेकिन इसके बावजूद उन्‍होंने साल की शुरुआत से लेकर बोर्ड परीक्षा के परिणामों तक अंकों में तारीफ के काबिल 23 प्रतिशत की शानदार बढ़त दिखाई। यह 10वीं कक्षा के लिये लीड के कड़े सिस्‍टम के कारण संभव हुआ, जो कॉन्‍सेप्‍ट्स की समझ को मजबूती देता है और गहन अभ्‍यास तथा समय-समय पर सुधार करवाता है। इसके अलावा, लीड के 127 विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से ज्‍यादा अंक अर्जित किये हैं, जिनमें से श्री रामस्‍वरूप मेमोरियल पब्लिक स्‍कूल, लखनऊ के विद्यार्थी तुषार द्विवेदी ने 92.4 प्रतिशत अंक अर्जित किये।लीड टियर 2 प्लस शहरों और भारत के महानगरों तथा बड़े शहरों में उपलब्‍ध शिक्षा की गुणवत्‍ता के बीच अंतर को दूर करके ऐसे शहरों में स्‍कूलों का कायाकल्‍प करती है। लीड गहराई से शोध किये गये पाठ्यक्रम, अंतर्राष्‍ट्रीय मापदंड की अध्‍यापन कला और किफायती स्‍कूलों में पढ़ाने तथा पढ़ने के लिये प्रासंगिक टेक्‍नोलॉजी समाधानों के माध्‍यम से 1.4 मिलियन से अधिक विद्यार्थियों की पढ़ाई के परिणाम सुधारने हेतु 25,000 से ज्‍यादा शिक्षकों को सशक्‍त करती है। लीड के साथ विद्यार्थी संवाद, सहकार्य और तार्किक चिंतन जैसे भविष्‍य के कौशल निर्मित कर जीवन में सफल होने का आत्‍मविश्‍वास पाते हैं। लीड के सह-संस्‍थापक एवं सीईओ सुमीत मेहता ने कहा, “लीड के 10वीं कक्षा के सीबीएसई के 2022 बैच के ग्रेजुएटिंग स्‍टूडेंट्स को मेरी हार्दिक बधाइयाँ! इन विद्यार्थियों द्वारा पढ़ाई में अच्‍छा प्रदर्शन और उत्‍कृष्‍ट परिणाम हासिल करना यह साबित करता है कि लीड जैसे स्‍कूल सिस्‍टम्‍स के साथ भारत के छोटे शहरों के विद्यार्थी भी महानगरों के अपने साथियों की तरह पढ़ाई में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते हैं।”