विद्यालयों को फिर से शुरू करने में मदद के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा दिशानिर्देश जारी किए जा रहे हैं, देश के सबसे बड़े ऑनलाइन विद्यालय चलाने वाले लीड स्कूल ने मंत्रालय और केंद्र एवं राज्य शिक्षा मंडलों को अपनी सिफारिशें दी हैं। भारत भर के विद्यालयों को फिर से शुरू होते हुए नियोजन और तैयारियों में मदद के तौर पर लीड स्कूल ने पोस्ट लॉकडाउन स्कूल हैंडबुक भी प्रकाशित किया है। भारत सरकार द्वारा जारी किए गए सोशल डिस्टन्सिंग बनाए रखने के बारे में नियमों के ध्यान में रखते हुए बनाया गया यह हैंडबुक विद्यालयों को उनकी आवश्यक गतिविधियों को चलाने में मदद करेगा। विद्यालयों की परिवहन सुविधाएं, कक्षाओं में बैठने की व्यवस्था, ऑफलाइन-ऑनलाइन शिक्षा, शैक्षणिक वर्ष का नियोजन और कक्षाओं के बाहर की जाने वाली गतिविधियां आदि को इसमें शामिल किया गया है। स्वास्थ्य और सफाई के साथ ही विद्यालयों, शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों की जिम्मेदारियों पर भी इसमें ध्यान दिया गया है। लीड स्कूल के सह-संस्थापक और सीईओ श्री. सुमीत मेहता ने बताया, “विद्यालय लॉकडाउन के बाद आने वाली चुनौतियों को तभी हल कर पाएंगे जब वे सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण के निर्माण के लिए अभिभावकों, शिक्षकों, शिक्षा विभाग और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम करेंगे। लीड स्कूल ने एक सर्वसमावेशी हैंडबुक बनाया है जो विद्यालयों को फिर से शुरू होने के बाद उनके छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने में मदद करेगा। इस हैंडबुक में एक चेकलिस्ट है, हर एक विद्यालय लॉकडाउन के बाद की तैयारियों में इस चेकलिस्ट का उपयोग कर सकता है।“ लीड स्कूल ने विद्यालयों के लिए दिशानिर्देशों के साथ एक योजना बनायीं है ताकि लॉकडाउन के बाद विद्यालय उनके कामकाज में आने वाली बाधाओं को दूर कर सकेंगे। विद्यालय में छात्र और कर्मचारियों की सुरक्षा के बारे में चिंता में बढ़ोतरी, कोविड संक्रमित क्षेत्रों में अचानक बदलाव या नए मरीज पाए जाना, संक्रमित व्यक्ति के पाए जाने पर छात्रों या शिक्षकों को क्वारंटाइन करना और एक दूसरे से दूरी बनाए रखने के लिए सरकार से नए नियम जारी किए जाना ऐसी कई वजहों से विद्यालयों के कामकाज में बाधाएं आ सकती हैं।