• मेरठ में जिन मरीज़ों का पूछा था हालचाल उनमें तीन निकले कोरोना पॉजिटिव,
  • नहीं पहनी थी PPE किट, साथ में थी भारी भीड़

मेरठ: योगी सरकार के हेल्थ एजुकेशन मिनिस्टर सुरेश खन्ना की लापरवाई उन्हें काफी भारी पड़ सकती है, नियमों के मुताबिक कोरोना संदिग्धों से मिलने पर PPE किट का पहनना अनिवार्य है| मगर बीते सोमवार को मेरठ के मेडिकल कॉलेज में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री की मौजूदगी में नियमों की पूरी तरह धज्जियां उड़ाई गयीं. मगर अब नियमों की अवहेलना इन सबको बड़ी भारी पड़ सकती है क्योंकि जिन मरीज़ों का मंत्री जी और उनकी भारी भरकम टीम ने हालचाल लिया था उनमें से तीन में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है| इस खबर के आते ही मेरठ से लखनऊ तक हड़कंप मचा हुआ है|

कैबिनेट मंत्री, भाजपा नेता सुनील भराला, विनीत शारदा ने रोगियों से भोजन व दवा मिलने का फीडबैेक लिया था. स्टाफ की मानें तो ये सभी नेता मरीजों के काफी करीब होकर बात कर रहे थे. जबकि स्वास्थ्य विभाग एवं मेडिकल कालेज के डाक्टर इस भीड़ में काफी पीछे चल रहे थे.मिनिस्टर सुरेश खन्ना की विजिट के दौरान भाजपा के प्रदेश संयोजक विनीत अग्रवाल शारदा भी मंत्री के साथ मौजूद थे. मेडिकल के होल्डिंग एरिया में आधा घंटे से ज्यादा मंत्री और उनके समर्थक रुके थे. साथ ही हेल्थ डिपार्टमेंट के कई अफसर और दो दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ता भी उनके साथ थे.

कवरेज करने के लिए फोटोग्राफर और पत्रकार भी मौके थे. खास बात यह है कि प्रोटोकॉल को फॉलो नहीं किया गया और बिना पीपीई किट के मंत्री सुरेश खन्ना को निरीक्षण करा दिया गया अब बड़ा सवाल यह है कि इतनी बड़ी लापरवाही से इतने सारे लोगों को कोरोना की चपेट में आने का खतरा मंडरा गया है. हालांकि मंत्री समेत सभी लोगों ने मास्क पहना हुआ था. सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि मंत्री के साथ बड़ी संख्या में लोग होल्डिंग वार्ड में गए थे, जहां तीन पॉजिटिव मिले हैं.