नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज की 44वीं सालाना आम सभा में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने रिलायंस जियो और गूगल की साझेदारी में बने नए स्मार्टफोन जियोफोन-नेक्स्ट की घोषणा की। नया स्मार्टफोन जियो और गूगल के फीचर्स और ऐप्स से लैस होगा। एंड्रायड बेस्ड इस स्मार्टफोन का ऑपरेटिंग सिस्टम जियो और गूगल ने मिलकर विकसित किया है। मुकेश अंबानी ने ऐलान किया कि नया स्मार्टफोन आम आदमी की जेब के लिहाज से बनाया गया है। यह बेहद किफायती होगा और 10 सितंबर यानी गणेश चतुर्थी से मार्किट में मिलने लगेगा।

भारतीय बाजार के लिए विशेष तौर पर बनाया गया जियोफोन-नेक्स्ट स्मार्टफोन पर यूजर्स गूगल प्ले से भी ऐप्स डाउनलोड कर सकते हैं। स्मार्टफोन में बेहतरीन कैमरा और एंड्रायड अपडेट भी मिलेंगे। फुली फीचर्ड इस स्मार्टफोन को मुकेश अंबानी ने भारत का ही नही दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन बताया।

बीते साल ही रिलायंस जियो ने गूगल संग साझेदारी की घोषणा की थी। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने नए स्मार्टफोन के बारे में कहा कि “हमारा अगला कदम गूगल और जियो के साथ मिलकर बनाए गए एक नए, किफायती जियो स्मार्टफोन के साथ शुरू होता है। यह भारत के लिए बनाया गया है और यह उन लाखों नए उपयोगकर्ताओं के लिए नई संभावनाएं खोलेगा जो पहली बार इंटरनेट का अनुभव करेंगे। गूगल क्लाउड और जियो के बीच एक नई 5G साझेदारी एक अरब से अधिक भारतीयों को तेज इंटरनेट से जुड़ने में मदद करेगी तथा भारत के डिजिटलीकरण के अगले चरण की नींव रखेगी।“

चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि “5G इको सिस्टम विकसित करने के और 5G उपकरणों की एक श्रृंखला विकसित करने के लिए हम वैश्विक भागीदारों के साथ काम कर रहे हैं। Jio न सिर्फ भारत को 2G मुक्त बनाने के लिए काम कर रहा है, बल्कि 5G युक्त भी कर रहा है”

रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने बताया कि रिलायंस जियो डेटा खपत के मामले में दुनिया के दूसरे नंबर का नेटवर्क बन गया है। रिलायंस जियो के नेटवर्क पर 630 करोड़ जीबी डेटा प्रतिमाह की खपत होती है। पिछले साल के मुकाबले यह 45 फीसदी अधिक है।

हलांकि जियोफोन-नेक्स्ट की कीमतों के बारे में खुलासा नही किया गया है पर एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसकी कीमत काफी कम रखी जाएगी। जियो-गूगल का एंड्रायड बेस्ड स्मार्टफोन जियोफोन-नेक्स्ट गेम चेंजर साबित होगा। यह उन 30 करोड़ लोगों की जिंदगी बदल सकता है जिनके हाथ में अभी भी 2जी मोबाइल सेट हैं। तेज स्पीड बढ़िया ऑपरेटिंग सिस्टम और किफायती दाम के दम पर जियो-गूगल का नया स्मार्टफोन करोड़ों नए ग्राहकों से रिलायंस जियो की झोली भर सकता है।

एशिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन और देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की 44वीं एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) के दौरान जियो-गूगल फोन को लॉन्च कर दिया है। इस फोन को जियोफोन नेक्स्ट का नाम दिया गया है। इसे 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी से खरीद पाएंगे। कंपनी का कहना है कि ये देश का ही नहीं बल्कि दुनिया का भी सबसे सस्ता स्मार्टफोन है। इस फोन के बारे में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने बताया।

मुकेश अंबानी का भाषण शुरू होने से पहले कंपनी के शेयरों में करीबन 2 प्रतिशत की गिरावट दिख रही है। इस मीटिंग में कंपनी के सभी 12 डायरेक्टर मौजूद हैं। मीटिंग की शुरुआत में कंपनी ने उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी जो कोविड-19 महामारी के दौरान नहीं रहे।

मुकेश अंबानी की स्पीच
उन्होंने कहा हमारा कारोबार और बिजनेस पिछले AGM के मुकाबले उम्मीद से बेहतर बढ़ा है। लेकिन हमें जिस चीज से ज्यादा खुशी मिली वो थी रिलायंस की मानव सेवा। कोरोना के मुश्किल समय में रिलायंस ने यह काम किया। कोरोना के समय में हमारे रिलायंस परिवार ने एक राष्ट्र की तरह ड्यूटी निभाया। हमें विश्वास है कि पिछले एक साल में हमारे इस प्रयास ने हमारे संस्थापक चेयरमैन धीरूभाई अंबानी के प्रयास को आगे बढ़ाया है। इससे पहले कोरोना में अपनी जान गंवाने वाले रिलायंस के कर्मचारियों के लिए मुकेश अंबानी ने एक मिनट का मौन रखा।
मुकेश अंबानी ने कहा कि हमारे दादा हमारे साथ होते तो वे गर्व महसूस करते। यही वो रिलायंस है, जिसे वो हमेशा देखना चाहते थे, जहां हर व्यक्ति जरूरतमंदों के लिए अपना पूरा योगदान दे। हम अपने समुदाय और देश की सेवा में लगे रहते हैं। जियो इंस्टीट्यूट नई मुंबई कैंपस में इस साल से अकेडमिक सेशन की शुरुआत करेगा।

ईशा-आकाश की स्पीच
मुकेश अंबानी की करीब 5 मिनट की स्पीच के बाद ईशा और आकाश ने रिलायंस फैमिली के साथ बात की। उन्होंने केयर एंड इंपैथी पॉलिसी के बारे में बताया। ईशा और आकाश अंबानी ने कहा कि कोरोना के दौरान राहत कार्यों को अपने मॉनीटरिंग के तहत रिलायंस से पूरा कराया।
नीता अंबानी की स्पीच

उन्होंने कहा कि रिलायंस ग्रुप 4.5 करोड़ भारतीयों की कोविड महामारी के दौरान लोगों की मदद की। रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने जियो इंस्टीट्यूट की घोषणा की। नई मुंबई में ही रिलायंस जियो का हेडक्वार्टर है। उन्होंने कहा कि कोविड की महामारी मानवता के लिए एक संकट है। इसने मानवता की स्पिरिट को टेस्ट किया। हालांकि एक अंधेरे के समय में हमारी स्पिरिट ने एक उजाले का काम किया। हम एक साथ आए और इस लड़ाई से लड़े। हमारी टॉप प्रायोरिटी कोविड की राहत की थी।

हम अभी भी एजुकेशन एंड सपोर्ट फोर ऑल के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी गुजरात की जामनगर रिफाइनरी ने विश्व स्तर के मेडिकल ग्रेड लिक्विड ऑक्सीजन का उत्पादन किया। रिलायंस ने 100 ऑक्सीजन टैंकर्स का प्रोडक्शन किया। यह भारत और विदेशों में हुआ। हमने 250 बिस्तरों वाले कोविड सेंटर को नई मुंबई में पिछले साल स्थापित किया। कोरोना के दौरान रोजाना 1100 MT से ज्यादा मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन किया। रिलायंस फाउंडेशन ने कोरोना के खिलाफ 5 मिशन (मिशन ऑक्सीजन, मिशन कोविड इंफ्रा, मिशन अन्न सेवा, मिशन एम्प्लॉयी केयर और मिशन वैक्सीन सुरक्षा) पर काम किया।

इस साल के महिला दिवस पर हमने डिजिटल प्लेटफॉर्म महिलाओं के लिए शुरू किया जिसे हर सर्कल नाम दिया गया। यह एक इंटरैक्टिव और सामाजिक डिजिटल मूवमेंट है। रिलायंस फाउंडेशन ने USAID के साथ वूमेन कनेक्ट इंडिया चैलेंज को भी इस साल लॉन्च किया। रिलायंस ने यह सुनिश्चित किया कि किसी भी कर्मचारी की सैलरी, बोनस कोरोना के दौरान नहीं काटी गई।