टीम इंस्टेंटखबर
शिक्षक दिवस पर बुद्धिजीवी समाज के साथ संवाद और इस क्षेत्र से जुड़े हुए विद्वानों का अभिनंदन करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यह बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में हिन्दु विश्वविद्यालय के चाणक्य भवन में आयोजित प्रबुद्ध सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहीं।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक परंपराओं पर हम सबको पहले से गौरव है, लेकिन भौतिक विकास के एक नए स्वरूप में काशी काफी आगे बढ़ गई है। जिन लोगों ने काशी के बौद्धिक स्वरूप को देखा है, वह भौतिक स्वरूप पर चर्चा नहीं करते हैं बल्कि काशी अपनी श्रद्धा और विश्वास की बदौलत आते हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि साढ़े चार सालों में यूपी के प्रति लोगों का नजरिया बदला है। यूपी का युवा जब रोजगार के लिए बाहर जाता था तो उसको बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। 2017 से पहले लोग यूपी को माफियाओं और गुंडों की वजह से पहचानते थे। चार सालों में यूपी से माफियाराज खत्म हुआ है। कानून व्यवस्था को मजबूत किया गया है। इससे देश व विदेशी कंपनियों ने यूपी में कदम रखा। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बेहतर किया गया। युवाओं को अब उनके ही शहर में रोजगार मिल रहा है।

सीएम ने कहा कि सबके योगदान से यूपी में माफियाराज खत्म हुआ है। देश के अंदर यूपी की कानून व्यवस्था को सबसे अच्छा माना जाता है। चार साल पहले यूपी में हर दिन दंगा होता था, उपद्रवी हावी थे। आज जो व्यापक परिवर्तन हुआ है,उसमें सबका योगदान है। सीएम ने कहा 2017 में सरकार आने के बाद हमने सोचा सरकारी नौकरी के अलावा भी रोजगार के अवसर पैदा होने चहिए। निवेश के रास्ते खोले गए। विदेश और देश की कंपनियों को यूपी में रोजगार लगाने के लिए सहूलियतें मुहैया कराई गई। नतीजा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में देश के अंदर यूपी आज 14 वें स्थान से दूसरे स्थान पर आ गया है।

सीएम ने कहा कि 1916 में जब काशी मे गांधी जी आये तब उन्होंने कहा था यह कैसा हिंदू है, कितनी गंदगी है, जहां प्रसाद बिक रहा ,फूल बिक रहे थे वहां पर धूल मक्खियां लग रही थी। गांधी जी के नाम इस्तेमाल करके लोगों ने सत्ता हासिल की लेकिन गांधी जी की भावनाओं के अनुरूप काशी बन सकें ये कोशिश किसी ने नहीं की। पीएम मोदी ने काशी को नया स्वरूप देने का काम किया है।