नई दिल्ली: कारोबारी वातावरण के खुलेपन की रैंकिंग में भारत 26 पायदान नीचे चला गया है। कनाडा की संस्था की ओर से प्रकाशित रिपोर्ट ग्लोबल इकनॉमिक फ्रीडम इंडेक्स में 26 स्थान नीचे गिरकर भारत 105वें नंबर पर आ गया है। बीते साल भारत का स्थान इस इंडेक्स में 79वां था। इस सूची में हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर प्रथम व दूसरे स्थान पर हैं तथा चीन 124वें स्थान पर है।

भारत में इस संस्था ने जारी की रिपोर्ट
रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक वर्ष में सरकार के आकार, न्यायिक प्रणाली और सम्पत्ति के अधिकार, वैश्विक स्तर पर व्यापार की स्वतंत्रता, वित्त, श्रम और व्यवसाय के विनियमन जैसी कसौटियों पर भारत की स्थिति थोड़ी खराब हुई है। इस रिपोर्ट को भारत में दिल्ली की गैर सरकारी संस्था सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी ने गुरुवार को जारी किया।

फ्रेजर इंस्टिट्यूट ने तैयार की रिपोर्ट
दस अंक के पैमाने पर सरकार के आकार के मामले में भारत को एक साल पहले के 8.22 के मुकाबले 7.16 अंक, कानूनी प्रणाली के मामले में 5.17 की जगह 5.06, अंतरराष्ट्रीय व्यापार की स्वतंत्रता के मामले में 6.08 की जगह 5.71 और वित्त, श्रम तथा व्यवसाय के विनियमन के मामल में 6.63 की जगह 6.53 अंक मिले हैं। इसमें प्राप्तांक दस के जितना करीब होता है स्वतंत्रा उसी अनुपात में अधिक मानी जाती है। यह रिपोर्ट फ्रेजर इंस्टिट्यूट की ओर से तैयार की गई है।

सूची में टॉप 10 देश
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में आर्थिक स्वतंत्रता बढ़ने की संभावनाएं अगली पीढ़ी के सुधारों तथा अंतराष्ट्रीय व्यापार के खुलेपन पर निर्भर करेंगी। सूची में प्रथम 10 देशों में हांगकांग, सिंगापूर, न्यूजीलैंड, स्विट्जरलैंड, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, मॉरीशस, जॉर्जिया, कनाडा और आयरलैंड शामिल हैं। जापान को सूची में 20वां, जर्मनी को 21वां, इटली को 51वां, फ्रोंस को 58वां, रूस को 89वां स्थान मिला है।