पुणे: भारत और इंग्लैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज को भारत ने अपने नाम किया। भारत ने इंग्लैंड को इस निर्णायक मुकाबले में 7 रनों से हरा दिया। भारत की इस जीत में शार्दुल ठाकुर और भुवनेश्वर कुमार का योगदान बेहद अहम रहा। शार्दुल ठाकुर ने चार तो वहीं भुवनेश्वर कुमार ने तीन विकेट झटकने का काम किया।

भारतीय टीम ने अपने घर में इंग्लैंड के खिलाफ लगातार छठी सीरीज जीतने में कामयाब हासिल की है। भारतीय टीम ने अपने घर में 36 साल से इंग्लैंड के खिलाफ एक भी वनडे सीरीज नहीं हारा है। इससे पहले इंग्लैंड ने भारत में 1984-85 में 4-1 से वनडे सीरीज जीती थी। 1992/93 और 2001/02 में भारत में खेली गई 6-6 मैचों की सीरीज 3-3 से बराबर रही थी। टीम इंडिया ने 2005-06 में अपने घर में इंग्लैंड को 7 मैचों की वनडे सीरीज में 5-1 से शिकस्त दी थी। इसके बाद से भारत ने अपनी धरती पर इंग्लैंड के खिलाफ लगातार 6 वनडे सीरीज जीती हैं।

जेसन रॉय ने भुवनेश्वर कुमार के पहले ओवर की पहली पांच गेंदों में 3 चौके समेत 14 रन बनाए। लेकिन इसके बाद भुवनेश्वर कुमार ने शानदार वापसी करते हुए रॉय को बोल्ड कर दिया। इसके बाद भुवनेश्वर कुमार ने अपनी सटीक लाइन और स्विंग का इस्तेमाल करते हुए बेयरस्टो को एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया। टी नटराज ने बेन स्टोक्स को शिखर धवन के हाथों कैच आउट कराया। बेन स्टोक्स ने 39 गेंदों में 35 रन बनाए।

शार्दुल ठाकुर ने जोस बटलर को आउट किया। अंपायर अनिल चौधरी ने एलबीडब्ल्यू की अपील को नकार दिया। जिसके बाद विराट कोहली ने आखिरी सेकंड में डीआरएस लिया और वह उनके पक्ष में रहा। थर्ड अंपायर के रिप्ले में साफ दिखा कि गेंद लाइन पर थी और फिर पैड पर टकराई। साथ ही सीधे विकेट पर टकरा रही थी।

भारतीय टीम के लिए खतरनाक साबित हो रहे लियम लिविंगस्टन को शार्दुल ने अपने ही गेंद पर कैच आउट किया। अपने अगले ही ओवर में डेविड मलान को आउट कर शार्दुल ठाकुर ने भारत को बड़ी सफलता दिलाई। आसान कैच छोड़ने के बाद हार्दिक पंड्या ने मोइन अली का कैच हवा में उड़ते हुए पकड़ लिया। भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर मोइन अली ने शॉट खेला जिसे हार्दिक ने लकप लिया। मोइन अली ने टीम के लिए 25 गेंदों में 29 रन बनाए।