दिल्ली:
संसद सदस्यता रद्द होने के एक दिन बाद आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। राहुल गांधी ने इस दौरान मोदी और अडानी के रिश्ते को लेकर सरकार से सवाल पूछा। इसके साथ ही अडानी की कंपनियों में लगे 20 हजार करोड़ रुपये को लेकर भी राहुल गांधी ने सवाल पूछा। राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है, जिसका उदाहरण हर रोज मिल रहा है। मैंने सवाल एक ही पूछा था। अडानी की सेल कंपनियां है, जिसमें 20 हजार करोड़ रुपया किसी ने इन्वेस्ट किया, वो अडानी का पैसा नहीं है, वो किसी और का है। सवाल ये है कि वो 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं? ये सवाल मैंने संसद में पूछा वो भी प्रूफ के साथ।

राहुल गांधी ने कहा कि अडाणी जी और मोदी जी का रिश्ता नया नहीं पुराना है। जब नरेंद्र मोदी जी गुजरात के सीएम बने थे, तब से रिश्ता है। हवाई जहाज की मैंने फोटो दिखाई। नरेंद्र मोदी जी अपने मित्र के साथ बड़े आराम से बैठे हुए थे। मैंने संसद में फोटो दिखाया।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि मेरे बारे में मंत्रियों ने संसद में झूठ बोला कि मैंने विदेशों में भारत के लिए मदद मांगी। राहुल गांधी ने कहा मैंने ऐसी कोई बात नहीं की है। राहुल गांधी ने कहा कि मैंने स्पीकर को कई बार इसे लेकर चिट्ठी लिखी, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। मैं स्पीकर के पास गया और कहा कि इन्होंने झूठे आरोप लगाए हैं, मुझे सदन में बोलने दीजिए, वे मुस्कुराए और कहा कि मैं नहीं कर सकता। मैंने कहा कि संसद में अगर सदस्य पर आरोप लगता है तो उसे जवाब देने का हक है।

राहुल गांधी ने कहा कि मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। अडानी की कंपनियों में 20 हजार करोड़ किसके हैं? राहुल गांधी ने कहा कि मुझे सच्चाई के अलावा किसी चीज में दिलचस्पी नहीं है। मैं केवल सच बोलता हूं, यह मेरा काम है और मैं इसे करता रहूंगा चाहे मैं अयोग्य हो जाऊं या गिरफ्तार हो जाऊं। इस देश ने मुझे सब कुछ दिया है और इसलिए मैं ऐसा करता हूं। राहुल गांधी ने कहा कि मैं फिर पूछूंगा कि मोदी का अडानी के साथ क्या रिश्ता है। अडानी की सेल कंपनियों में इनवेस्ट किए गए 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं? राहुल गांधी ने कहा मैं लोकतंत्र के लिए लड़ता रहूंगा, मैं किसी से नहीं डरता।