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प्रधानमंत्री केयर्स फंड में चीनी कंपनियों से कैसे लिया दान, कांग्रेस ने लगाए बड़े आरोप

नई दिल्ली: चीनी कंपनियों से दान के मुद्दे पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस और सत्तारूढ़ भाजपा के बीच चल रहे राजनीतिक गतिरोध के बीच, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ‘प्रधानमंत्री केयर्स फंड’ को भी चीनी कंपनियों से दान मिला है।

बताया PLA और चीनी कंपनियों का सम्बन्ध
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पीएम-केयर्स फंड में पीएम मोदी को चीनी कंपनियों से दान मिला है। उन्होंने कहा कि चीन से शत्रुता के बावजूद क्या पीएम-केयर्स फंड में विवादास्पद कंपनी हुआवेई से 7 करोड़ रुपये मिले हैं? क्या हुआवेई का चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से सीधा संबंध है? क्या चीन की कंपनी टिक-टॉक ने पीएम-केयर्स फंड में 30 करोड़ रुपये का दान दिया है?

पूछे यह सवाल
कांग्रेस ने यह भी पूछा है कि क्या पेटीएम, जिसके पास 38 फीसदी चीन की हिस्सेदारी है, ने 100 करोड़ रुपये, ओप्पो ने 1 करोड़ और श्याओमी ने 15 करोड़ रुपये दान दिए हैं। सिंघवी ने पूछा क्या प्रधान मंत्री मोदी ने पीएमएनआरएफ में प्राप्त दान को विवादास्पद पीएम-केयर्स फंड में बदल दिया है और कितनी सौ करोड़ की राशि को डायवर्ट किया गया है?

प्रधानमंत्री केयर्स फंड में पारदर्शिता नहीं
सिंघवी ने कहा कि रिपोर्ट्स बताती हैं कि 20 मई, 2020 तक पीएम-केयर्स फंड को 9,678 करोड़ रुपये मिले। उन्होंने कहा कि चौंकाने वाली बात यह है कि चीनी सेनाओं ने हमारे क्षेत्र में घुसपैठ कर ली है, लेकिन प्रधानमंत्री ने चीनी कंपनियों से फंड में पैसा लिया है। सिंघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री केयर्स फंड में पारदर्शिता नहीं है। इस फंड का गठन कोविड-19 के नाम पर नया फंड एकत्रित करने के लिए मोदी सरकार ने किया है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस पैसे का आडिट नहीं होता है और यह सूचना के अधिकार यानी आरटीआई के दायरे में भी नहीं आता है। इस निधि में जो पैसा आ रहा है उसके प्रति किसी की कोई जवाबदेही नहीं है और इसकी वजह यह है कि इसकी कोई आडिट नहीं होती और यह किसी के नियंत्रण में नहीं है।

अराजकता वाली स्थिति
उन्होंने कहा कि यहां अराजकता वाली स्थिति है। इस निधि में कहां से पैसा आ रहा है और यह पैसा कहां जा रहा है इसकी जवाबदेही किसी की नहीं है। उनका कहना था कि इस निधि में चीन की कंपनियों ने 9,678 करोड़ रुपये यानी करीब दस हजार करोड रुपए जमा कराएं हैं। इन कंपनियों ने इस निधि में पैसा किसके कहने पर जमा कराया है यह जानकारी देश को दी जानी चाहिए। सिंघवी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को गुमराह करते हुए कहा कि चीन ने भारतीय क्षेत्र में कभी घुसपैठ नहीं की है और न ही वह किसी क्षेत्र पर कब्जा कर रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी इन सवालों को राष्ट्रहित में पूछती रहेगी।

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