हमीरपुर:
जिला होम्योपैथी अस्पताल परिसर में सोमवार को वृहद होम्योपैथिक चिकित्सा मेला का आयोजन किया गया। सुबह 10 बजे से लगे इस मेले में दिन के दो बजे तक ढाई सौ से अधिक मरीजों ने पंजीकरण कराकर उपचार कराया।

मेले का उद्घाटन करने के पश्चात नगर पालिकाध्यक्ष कुलदीप निषाद ने कहा कि होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति बीमारी को जड़ से समाप्त करती है। इसका असर धीरे-धीरे होता है। आज होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है। उन्होंने होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी से शहर के वार्डों में होम्योपैथी चिकित्सा कैंप आयोजित किए जाने का भी अनुरोध किया और आश्वस्त किया कि इन कैंपों को लगाने में वह अपना पूरा सहयोग देंगे।

मेले में सुबह 10 बजे से लेकर दिन के दो बजे तक करीब ढाई सौ से अधिक मरीजों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराकर डॉक्टरों से परामर्श लिया। मरीजों को दवाएं भी वितरित की गई। सभी तरह के मरीजों का मेला में जमावड़ा लगा रहा। गुर्दे, पित्त की पथरी, गैस के मरीज, चर्म रोगियों ने भी उपचार कराया। चर्म रोग से ग्रसित सुरेश कुमार ने कहा कि वह काफी समय से शरीर में होने वाली खुजली से परेशान है। काफी इलाज भी कराया है, मगर फायदा नहीं हुआ। आज पहली बार होम्योपैथी चिकित्सक को दिखाया है। मरीजों ने कैंप में एक साथ सभी डॉक्टरों की मौजूदगी पर भी राहत महसूस की।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी डॉ.ऊषा कुमारी बौद्ध, होम्योपैथी जिला अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ.राहुल आस्थाना, डॉ.रवींद्र प्रताप सिंह, डॉ.बृजेश कुशवाहा, डॉ.जितेंद्र राजपूत, डॉ.सत्यप्रकाश, डॉ.इला रत्ना, डॉ.नीतू, चीफ फार्मासिस्ट रामकिशुन, नंदलाल, सुरेंद्र कुमार, आनंद द्विवेदी, वीरेंद्र कुमार, रिंकू राजपूत आदि मौजूद रहे।