टीम इंस्टेंटखबर
देशभर में हिजाब पर मचे बवाल के बीच अब भाजपा पूरी तरह से सामने आ चुकी है. कर्नाटक हिजाब विवाद भले ही अभी अदालत में हो पर भाजपा शासित एक और राज्य हिमाचल प्रदेश के शिक्षण संस्‍थानों में हिजाब पहनने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. हिमाचल प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में तय ड्रेस कोड पर ही छात्रों को प्रवेश मिलेगा. हिमाचल प्रदेश में 17 फरवरी को स्‍कूल खुलने जा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि इस मामले को धार्मिक रंग देना गलत है. यह मुद्दा नहीं होना चाहिए. हिजाब पहनकर स्कूल-कॉलेजों में आना गलत है. शिक्षण संस्थानों में गुणवत्ता, विश्वसनीयता बनी रहनी चाहिए. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनकर आने की जिद्द करना गलत है. मैं इसकी निंदा करता हूं.

राज्यों के चुनावी माहौल में जहाँ भाजपा नेताओं द्वारा हिजाब को मुद्दा बनाया जा रहा है वहीँ हिमाचल के शिक्षा मंत्री आरोप लगा रहे हैं कि कांग्रेस नेता वोट की राजनीति कर रहे हैं.

कर्नाटक में हिजाब का विवाद दिसंबर 2021 में एक कॉलेज से शुरू हुआ था, जब एक कॉलेज में क्‍लास के भीतर हिजाब पहनने के लिए मना कर दिया था. इस पर 8 मुस्लिम छात्राओं ने विरोध किया और कहा कि कॉलेज उन्‍हें हिजाब पहनने से नहीं रोक सकता क्‍योंकि ये उनकी धार्मिक स्‍वतंत्रता है. इसके बाद हिजाब के विरोध में कुछ बच्चों ने भगवा गमछे या शॉल पहनने शुरू कर दिए, जिससे विवाद और बढ़ गया. इसके बाद यह विवाद कई अन्य कॉलेजों में शुरू हो गया. हाल ही में कुछ कॉलेज ने छुट्टी करके इसका हल निकाला तो एक कॉलेज में हिजाब पहनी लड़कियों को अलग बैठा दिया गया. वहीं, इस मामले को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन भी जारी है.