नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से बोर्ड परीक्षा दसवीं और 12वीं के रिजल्ट जुलाई में जारी किए जाएंगे. यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 10वीं और 12वीं रिजल्ट तैयार करने का फार्मूला तय कर दिया है. साथ ही बता दें कि यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं का रिजल्ट तैयार करने के फॉर्मूले से असंतुष्ट छात्र परीक्षा दे सकेंगे.

कोरोना की वजह से रद्द हो चुकी यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षाओं के रिजल्ट का इंतजार है. वहीं यूपी बोर्ड जल्द से जल्द रिजल्ट जारी करने की कोशिश में है. दोनों ही कक्षाओं को मिलाकर कुल 56,04,628 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था. इनमें से 29,94,312 स्टूडेंट्स ने हाई स्कूल के लिए और 26,10,316 स्टूडेंट्स ने इंटरमीडिएट के लिए रजिस्टर्ड हैं.

यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं का रिजल्ट तैयार करने के लिए 17 फॉर्मूलों का प्रस्ताव आया था. एक फॉर्मूले पर सरकार ने सहमती जताई है. इस साल हाईस्कूल के 50%, 11वीं के 40% और 12वीं प्री बोर्ड के 10% मार्क्स को आधार बनाकर रिजल्ट तैयार किया जाएगा. रिजल्ट के फॉर्मूले का यह ड्रॉफ्ट सचिव माध्यमिक शिक्षा विभाग आराधना शुक्ला की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने तैयार किया है. यूपी बोर्ड के रिजल्ट घोषित करने के लिए गठित कमेटी को प्रदेश भर से 3910 सुझाव मिले थे. हालांकि आने वाले समय में जब परिस्थितियां सामान्य होंगी तो इच्छुक परीक्षार्थी परीक्षा देकर अपना रिजल्ट सुधार सकेंगे. परीक्षार्थियों से लिया गया एग्जाम फीस वापस नहीं किया जाएगा.

उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बताया कि हाईस्कूल (10वीं) के लिए कक्षा नौ की परीक्षा के 50% अंक तथा कक्षा 10 की प्री-बोर्ड परीक्षा के 50% अंक के आधार पर परीक्षाफल घोषित किया जाएगा.