लखनऊ:
यूपी बोर्ड के कोर्स में योगी सरकार ने संशोधन करके छात्रों के लिए वीर सावरकर और पं. दीन दयाल उपाध्याय की जीवनी को अनिवार्य विषय के रूप में शामिल कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक यूपी बोर्ड की ओर से कहा गया है कि इस विषय से उत्तीर्ण (पास) होना अनिवार्य है। सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने कहा है कि वीर सावरकर की जीवनी को दूसरों की जीवनी के साथ शामिल करना छात्रों के लिए एक आवश्यकता है। छात्रों को इस विषय में उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। हालांकि, कहा गया है कि इस विषय में प्राप्त अंक कक्षा 10 और 12 की मार्कशीट में नहीं जोड़े जाएंगे।

यूपी की माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने बताया है कि पहले एक पुस्तक चलती थी, जिसमें जितने महान व्यक्तित्व और हमारे जितने क्रांतिकारी वीर थे, उनकी जीवनी हमने भी पढ़ा है। उसी प्रकार से जिन्होंने देश को आजाद कराया और अपने प्राणों का बलिदान दिया, उनके जीवनचरित्र को भी कोर्स में आना चाहिए, लेकिन वीर सावरकर को लेकर विपक्ष इतना हंगामा मचा रहा है। जो ठीक नहीं है। पहले उनके बारे में जानें, तब कोई बात करें तो ज्यादा अच्छा रहेगा।