नई दिल्ली: AIIMS के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को रोकना लोगों के हाथ में है. अगर ठीक तरह से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाए तो यह वायरस नहीं फैलेगा. उन्होंने कहा, “कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोग अपना वैक्सीनेशन करवाएं और कोरोना के नियमों का सतर्कता से पालन करें.”

डॉ गुलेरिया ने कहा कि बच्चों में कोरोना की बीमारी बहुत हल्की होती है, हमें सबसे पहले बुजुर्गों और जिन्हें पहले से कई बीमारियां है उन्हें वैक्सीन लगाना चाहिए. बच्चों के लिए फाईजर वैक्सीन को एफडीए अप्रूवल मिल चुका है और इस वैक्सीन को भारत में आने की अनुमति दी गई है. जुलाई में फाइजर के टीके की उपलब्धता पर डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कंपनी से बातचीत चल रही है. मुझे यकीन है कि वे अब अंतिम चरण में पहुंच रहे हैं.

एम्स के निदेशक ने कहा कि 2-12 साल के बच्चों पर भारत की वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है जो कि सितंबर-अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा. उसके बाद हमारे पास डेटा आ जाएगा. इसके साथ ही हमें इसका अप्रूवल मिल सकता है तब भारत की वैक्सीन भी बच्चों को लग सकती है. उन्होंने कहा कि भारत बायोटेक का अप्रूवल मिलेगा तो हम 2-18 साल के बच्चों को वैक्सीन लगा सकते हैं जैसे ही इसका अप्रूवल मिलेगा वैसे ही हम बच्चों को वैक्सीन लगाना शुरू कर देंगे.