HDFC बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 16 फीसदी बढ़कर 7,703 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. बैंक ने शनिवार को इसकी जानकारी दी. देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 6,638 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 38,438.47 करोड़ रुपये हो गई, जो जुलाई-सितंबर 2019 में 36,130.96 करोड़ रुपये थी.

इस दौरान बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) 1.08 फीसदी पर आ गई. साल भर पहले यह 1.38 फीसदी थी. मूल्य के हिसाब से बैंक का सकल एनपीए या डूबा कर्ज 11,304.60 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 12,508.15 करोड़ रुपये था. इसी तरह शुद्ध एनपीए भी 0.42 फीसदी (3,790.95 करोड़ रुपये) से कम होकर 0.17 फीसदी (1,756.08 करोड़ रुपये) पर आ गया.

हालांकि, एनपीए और दूसरे आकस्मिक खर्च के लिए प्रावधान साल भर पहले के 2,700.68 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,703.50 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. बैंक ने बताया कि शनिवार को हुई बैठक में उसके निदेशक मंडल ने शशिधर जगदीशन को अतिरिक्त निदेशक, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर नियुक्त किया. उनकी नियुक्ति को अभी बैंक के शेयरधारकों की मंजूरी मिलना बाकी है. जगदीशन की नियुक्ति तीन साल की अवधि के लिए होगी जिसकी शुरुआत 27 अक्टूबर 2020 से होगी जिसकी मंजूरी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 3 अगस्त 2020 को किए अपने ईमेल के जरिए दी है.

इससे पहले HDFC बैंक का अप्रैल-जून तिमाही का एकल शुद्ध लाभ 19.6 फीसदी बढ़कर 6,658.62 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था. बैंक ने कहा था कि तिमाही के दौरान उसकी आय बढ़कर 34,453.28 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 32,361.84 करोड़ रुपये रही थी. संपत्ति के मोर्चे पर बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां 30 जून को खत्म तिमाही में घटकर 1.36 फीसदी रह गईं थीं. मूल्य के हिसाब से बैंक का सकल एनपीए या डूबा कर्ज 13,773.46 करोड़ रुपये रहा था.