टीम इंस्टेंटखबर
मंत्री पद से इस्तीफ़ा देने की धमकी देने वाले उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात के बाद और भी भड़क उठे.

सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में वन, पर्यावरण, श्रम और रोजगार विभाग संभालने वाले रावत ने अपने निर्वाचन क्षेत्र कोटद्वार में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज को लेकर राज्य सरकार की कथित निष्क्रियता से नाराज होकर बाहर चले गए थे।

हालांकि, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि रावत ने अपने क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज को मंजूरी देने में देरी पर अपना गुस्सा जाहिर किया था, लेकिन उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया।

राज्य सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि रावत ने हालांकि इस्तीफा देने की धमकी दी थी, लेकिन उनकी ओर से कोई इस्तीफा नहीं मिला.

नाराजगी दूर करने की जिम्मेदारी पाने वाले भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा नेता अनिल बलूनी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सहायता से मुद्दे को हल कर लिया गया है।

विधायक ने कहा कि कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज खोलने के उनके प्रस्ताव को मान लिया गया है और उन्हें आश्वस्त किया गया है कि इस परियोजना के लिए बजट सोमवार को जारी किया जाएगा।

यह पूछे जाने पर कि क्या रावत इस्तीफा नहीं देने के लिए राजी हो गए हैं, काऊ ने कहा,‘‘कोई कहीं नहीं जा रहा है। हम सब भाजपा के सच्चे सिपाही की तरह काम करेंगे।’’