• सीएमओ की अगुवाई में डॉक्टरों की टीम ने वितरित की दवाएं
  • बाढ़ पीड़ितों को क्लोरीन की गोलियों के साथ ही मेडिसिन किट बांटी

हमीरपुर: जनपद मुख्यालय से गुजरने वाली यमुना-बेतवा नदियों की बाढ़ की चपेट में आए पीड़ितों को बीमारियों से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग जुटा हुआ है। रविवार की देर शाम मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एके रावत ने डॉक्टरों की टीम के साथ लोगों को क्लोरीन की दवाएं वितरित करने के साथ ही उल्टी-दस्त और बुखार से बचाव की मेडिसिन किट वितरित की। इस दौरान कोई भी व्यक्ति बीमार अवस्था में नहीं मिला।

मुख्यालय से होकर बहने वाली यमुना-बेतवा दोनों नदियां खतरे के निशान के पार हैं। हजारों लोग बेघर हो चुके हैं और अपने घर-गृहस्थी के सामान के साथ फुटपाथों पर डेरा डाले हुए हैं। दो राहत कैंप भी बनाए गए हैं, वहां भी बड़ी संख्या में लोग रुके हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग की 45 टीमें बाढ़ग्रस्त इलाकों में बाढ़ पीड़ितों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान करने में जुटी हुई हैं।

इसी कड़ी में रविवार की देर शाम मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एके रावत, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.पीके सिंह, डॉ.राजेश, डॉ.अजय कुमार की टीम के साथ बाढ़ की वजह से फुटपाथ पर डेरा डाले लोगों के बीच पहुंचे। टीम ने सभी की सेहत का हालचाल लिया। साथ ही क्लोरीन की दवा वितरित की। बीस लीटर पानी में एक गोली डालने के 20 मिनट बाद पानी पीने की सलाह दी। सीएमओ ने बताया कि उल्टी-दस्त, बुखार से बचाव को लेकर 170 बाढ़ पीड़ितों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि जब नदियों का जल स्तर नीच उतरेगा, तब संक्रामक बीमारियों के ज्यादा फैलने की संभावना होती है। लिहाजा लोगों को अभी से होशियार कर दिया गया है। भ्रमण के दौरान कोई बीमार व्यक्ति नहीं मिला। सोमवार की सुबह डॉ.संजीव त्रिपाठी और डॉ.एके कुशवाहा की टीम ने यमुना की बाढ़ से घिरे मेरापुर का भ्रमण कर बाढ़ पीड़ितों को दवाएं वितरित की।