नई दिल्ली: भारत चीन सीमा विवाद पर भारत के तीन जवानों की शहादत को लेकर विपक्षी नेताओं ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निशाना साधते हुए ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा, चीन की तरफ़ से ख़तरे और चुनौती को लेकर नेताजी ने समय-समय पर सरकारों को चेताया है लेकिन सरकार चीन की चेतावनी को लेकर उदासीन है… सरकार इसका जवाब कब देगी?

ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘भारत अपने बहादुर सैनिकों को सलाम करता है, जो गलवान में चीनी हमले में शहीद हो गए। मेरी संवेदनाएं शहीद कर्नल और दोनों आर्मी जवानों के परिवार के साथ हैं। सरकार को इन सैनिकों की मौत का बदला लेना चाहिए और इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनकी शहादत व्यर्थ ना जाए।

पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प को मंगलवार को ‘विचलित करने वाला’ बताया और कहा कि सरकार को इस सीमा मुद्दे पर देश के सामने स्पष्ट तस्वीर पेश करनी चाहिए। देवेगौड़ा ने ट्वीट किया,‘‘गलवान घाटी से आ रही खबरें विचलित करने वाली हैं। तनाव कम करने की प्रक्रिया के दौरान हमारे सैनिकों ने कैसे अपनी जान गंवायी? राष्ट्रहित में प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को लद्दाख गतिरोध के दौरान चीन के साथ सीमा मुददे पर देश के सामने स्पष्ट तस्वीर रखनी चाहिए। ’’

इस बीच नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट किया, ‘‘ यदि तनाव कम करने की प्रक्रिया के दौरान चीनी भारतीय सेना के एक कर्नल और दो जवानों की गोली मारकर हत्या कर देते हैं तो कल्पना कीजिए कि स्थिति कितनी बिगड़ गयी होगी।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘ जब मीडिया सरकार के सुर में सुर मिलाते हुए कहता है कि सवाल उठाना राष्ट्रविरोधी है तो यही होता है।’’