नई दिल्ली: ‘आरोग्य सेतु’ ऐप में डेटा सेफ्टी की चिंताओं के बीच सरकार ने बुधवार को स्पष्टीकरण जारी किया है। सरकार ने कहा है कि किसी यूजर की निजी जानकारियां लीक होने का खतरा नहीं है। कोरोना वायरस के ट्रैकिंग ऐप ‘आरोग्य सेतु’ में सुरक्षा मानकों का कोई उल्‍लंघन नहीं हो रहा है। सरकार को यह सफाई इसलिए देनी पड़ी क्योंकि, आधार सिस्टम में खामियां बताने वाले फ्रांस के एथिकल हैकर एलिअट एल्डर्सन ने मंगलवार को आरोग्य सेतु ऐप के लिए भी सरकार को चैलेंज किया था। सरकार ने कहा है कि हम हैकर से बात कर चुके, चिंता करने की जरूरत नहीं है। हालांकि सरकार के जवाब के पर हैकर ने संतुष्टी नहीं जताई है।

बता दें कि इलियट एल्डरसन के नाम का यह हैकर इससे पहले भी ‘आधार’ ऐप की खामियों को उजागर कर चुका है। उसने “सुरक्षा मुद्दे” की चेतावनी वाले कई ट्वीट किए थे।

हैकर ने ट्विटर के जरिए आरोग्य सेतु टीम से कहा था कि आपके ऐप में सिक्योरिटी का इश्यू है। 9 करोड़ लोगों की प्राइवेसी को खतरा है। क्या आप मुझसे अलग से बात कर सकते हैं? हैकर ने ये भी कहा कि राहुल गांधी सही थे। ऐसा इसलिए कहा क्योंकि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले आरोग्य सेतु ऐप में डेटा की सुरक्षा का सवाल उठाया था।

इस ट्वीट के करीब एक घंटे बाद हैकर ने स्वीकार किया कि भारत सरकार ने उससे संपर्क साधा है। इंडियन कंप्‍यूटर इमरजेंसी रिस्‍पांस टीम और नेशनल इन्‍फोर्मेटिक्‍स सेंटर ने उनसे संपर्क किया था। हैकर ने उस समय चेतावनी भरे लहजे में सरकार से कहा था कि जब तक सुरक्षा मानकों की खामियों को ठीक नहीं किया जाता, वह इन्‍हें सार्वजनिक करना जारी रखेंगे। उन्‍होंने लिखा, “90 मिलियन भारतीय (जोखिम में) के मेडिकल डेटा को डालना कोई विकल्प नहीं है। मेरे पास ज्‍यादा धैर्य नहीं है, इसलिए उचित समय पर इसका खुलासा करूंगा।