नई दिल्ली: देश की अर्थव्यवस्था की रफ्तार अनलॉक-3 में और तेज करने के लिए सरकार एक और बड़े राहत पैकेज की घोषणा कर सकती है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) 6 अगस्त को अगामी मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा. उम्मीद है कि इसमें अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास कई बड़ी घोषणाएं कर सकते हैं.

वित्त मंत्री ने दिए संकेत
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बारे में संकेत भी दिए हैं. आरबीआई के आगामी कदम पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में तेजी लाने की कोशिश की जा रही है. आरबीआई उद्योग जगत को तरलता मुहैया करा रहा है और महंगाई की निगरानी के अलावा उसने आर्थिक वृद्धि को भी ध्यान में रखा है.

RBI दे सकता है राहत
ऐसे में संकेत मिल रहे हैं कि आरबीआई भी अपनी ओर से राहत दे सकता है. सरकारी सूत्रों के अनुसार, सरकार के इस राहत पैकेज में कोविड-19 महामारी से संकट में आए विभिन्न क्षेत्रों के लिए अलग से कोविड फंड बनाने की घोषणा हो सकती है. हाल ही में वित्त मंत्रालय और उद्योग जगत के बीच इस फंड की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा हुई है. इसके साथ ही विदेशों से फंड जुटाने के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के नियम को और सरल बनाने की मांग की गई है.

एफडीआई से फंड जुटाने पर होगा ज़ोर
आगामी राहत पैकेज में खास सेक्टर के लिए एफडीआई से फंड जुटाने में राहत मिल सकती है. लॉकडाउन की वजह से बड़े होटल समूहों को करीब 1.10 लाख करोड़ रुपए का नुकसान तो ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों को करीब 4312 करोड़ रुपए का नुकसान होने का अनुमान है. ऐसे में आगामी राहत पैकेज में होटल और पर्यटन क्षेत्र को विशेष राहत दी जा सकती है.