मुकाबले को अंत तक ले जाने की अपनी आजमाई हुई रणनीति के मनचाहे परिणाम चेन्नई सुपर किंग्स को नहीं मिले क्योंकि उन्हें बुधवार रात को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए टाटा आईपीएल 2023 के 17वें मैच में राजस्थान रॉयल्स से तीन रन की हार का सामना करना पड़ा। यह सीएसके की अपने घर पर आरआर के खिलाफ खेले आठ मैचों में दूसरी हार थी।

सीएसके ने जीत के लिए 176 रनों के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए छह विकेट पर 172 रन ही स्कोर कर सकी, जिसमें कप्तान एमएस धोनी 17 गेंदों में 32 रन बनाकर नाबाद रहे। आईपीएल में 200वीं बार सीएसके का नेतृत्व कर रहे धोनी ने तीन छक्के और एक चौका लगाया, जबकि रविंद्र जडेजा 15 गेंद में 25 रन बनाकर नाबाद लौटे। बेहद अनुभवी मध्यम तेज गेंदबाज संदीप शर्मा ने अंतिम ओवर में धोनी से दो शानदार छक्के खाने के बावजूद येलो ब्रिगेड को रोकने के लिए बेहतरीन नियंत्रण का प्रदर्शन किया। उन्होंने इस ओवर में 17 रन देकर अपनी टीम के स्कोर का बचाव किया।

रॉयल्स चार मैचों में तीसरी जीत के साथ अंक तालिका के शीर्ष पर पहुंच गए हैं। उनके लखनऊ सुपर जायंट्स के बराबर छह अंक हो गए हैं, लेकिन वे बेहतर रन औसत के आधार पर आगे हैं। दूसरी ओर, सीएसके दो जीत व दो हार के साथ पांचवें स्थान पर है।

आईपीएल विशेषज्ञ ब्रेट ली ने 29 वर्षीय शर्मा की प्रशंसा करते हुए कहा, “मुझे वो पसंद आया है जो उन्होंने अपने मैच के बाद के इंटरव्यू में कहा था कि कैसे ओवर द विकेट काम नहीं कर रहा था, इसलिए वह राउंड द विकेट से गेंदबाजी करने आए। लेकिन आप सही हो। यह उनकी रेंज के भीतर है, वो सही जगह है, और अगर वह इससे एक इंच से चूक जाते, तो गेंद छह के लिए चली जाती। संदीप शर्मा को पूरा श्रेय जाता है, क्योंकि जबर्दस्त नजर आ रहे एमएस धोनी को गीली गेंद से गेंदबाजी करना, वो भी विपक्षी समर्थकों की भारी भीड़ के बीच, बड़ी बात है। उन्होंने दबाव के बीच मैच अपने पक्ष में किया और तीन रन से जीत दिलाई। उनके लिए पूरी तरह से हैट्स ऑफ है।”

आईपीएल विशेषज्ञ आरपी सिंह भी अंतिम ओवर में खराब शुरुआत के बावजूद शर्मा से प्रभावित नजर आए। उन्होंने कहा, “यह ओवर दो वाइड और फिर एक डॉट बॉल के साथ शुरू हुआ और फिर हमें दो छक्के भी देखने को मिले। जब छक्के लगे तो दबाव बढ़ना तय था। ऐसे समय पर आपको अपने ऊपर भरोसा रखना पड़ता है। हमने धोनी के बारे में एक ही बात सुनी हुई है कि वह गेंदबाज की हर गलती को भुनाते हैं और छक्के मारकर उसे सजा देते हैं। वह हमेशा गेंदबाज पर दबाव डालता हैं, इसलिए कल्पना कीजिए कि संदीप शर्मा किस मानसिक स्थिति में थे। उन्हें पता था कि अगर मैं छोटी सी भी गलती करता हूं तो यह बल्लेबाज छक्के मारेगा। उन्होंने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया, जिसे मान्यता दी जानी चाहिए।”

आईपीएल विशेषज्ञ अनिल कुंबले धोनी को अच्छा प्रदर्शन करते हुए देखकर खुश थे। उन्होंने कहा, “मुझे लगा कि यह एमएस धोनी के लिए एकदम सही स्क्रिप्ट थी। वह सीएसके के कप्तान के तौर पर अपना 200वां मैच खेल रहे थे और उन्हें आखिरी गेंद पर छक्का मारने की जरूरत थी। अगर उनका शॉट दो या तीन इंच थोड़ा छोटा होता, तो मुझे लगता है कि उन्होंने ऐसा कर दिया होता। यह एकदम सही पटकथा थी। एमएस धोनी जैसे खिलाड़ी को अब भी ऐसा करते देखना शानदार था।”