लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जो एक हजार से ज्यादा लोगों के धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है, उस पर अब मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली का बयान आया है. लखनऊ के मुस्लिम धर्मगुरु रशीद फिरंगी ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि इस्लाम में जबरन धर्म परिवर्तन की जगह नहीं है. उन्होंने इस मामले की गहन जांच की मांग की है.

बता दें कि उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण कराने वाले एक रैकेट का पुलिस ने खुलासा किया है. इसमें शामिल आरोपियों की पहचान मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी और मोहम्मद उमर गौतम के रूप में हुई है. दोनों मौलानाओं को गिरफ्तार कर लिया गया है. बीते 2 साल से चल रहे धर्मांतरण के इस रैकेट में मूक-बधिर बच्चों और महिलाओं का धर्म परिवर्तन करा दिया जाता था. अब तक यह रैकेट 1000 लोगों का धर्म परिवर्तन करवा चुका है. ऐसा दावा किया गया है.

मौलाना खालिद रशीद फिरंगी ने कहा इस्लाम में जबरन धर्म परिवर्तन की कोई जगह नहीं है. वह आगे बोले, ‘अगर किसी को ऐसा करने के आरोप में पकड़ा जाता है तो उसकी और पूरे मामले की गहन जांच होनी चाहिए.’ फिरंगी ने आगे कहा कि उनकी जानकारी में अब तक कोई इस्लामिक संगठन ऐसे धर्म परिवर्तन करवाने के लिए फंड नहीं देता है. इसलिए उन्होंने इस मामले की गहन जांच की मांग की है.

पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक विदेशी फंडिंग से चल रहे इस धर्म परिवर्तन रैकेट में 100 से ज्यादा लोगों के शामिल होने की आशंका है. यूपी एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने भी बताया कि बीते एक साल के भीतर 350 लोगों का धर्मांतरण कराया जा चुका है. धर्मांतरण के लिए लोगों को धमकाया और डराया भी गया है.