हैदराबाद: तेलंगाना-आंध्र प्रदेश सीमा पर जमीन के अंदर बने श्रीसैलम पनबिजली संयंत्र (हाइडल पावर प्लांट) में गुरुवार रात (20 अगस्त) आग लग गई थी। इसमें नौ लोगों के फंसे होने की आशंका थी, जिसमें से 6 लोगों के शव को बरामद कर लिए गए हैं और तीन मजदूरों की तलाश जारी है। इसके साथ ही मामले की जांच शुरू हो गई है। 6 मजदूरों के शव बरामद होने की सूचना एनडीटीवी ने दी है।

प्लांट में थे 30 मज़दूर
तेलंगाना के ऊर्जा मंत्री जगदीश रेड्डी ने पूरे मामले पर शुक्रवार (21 अगस्त) को बयान देते हुए कहा कि गुरुवार की रात धमाका होने पर श्रीसैलम में 30 मजदूर संयंत्र में थे। एक सुरंग के जरिए 15 लोग बाहर निकल गए। वहीं अन्य 6 मजदूरों को बचा लिया गया था। बाकी 9 मजदूर फंस गए थे। इन लोगों की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

जांच के आदेश
एनडीआरएफ की टीम राजधानी हैदराबाद से लगभग 220 किलोमीटर दक्षिण में एक नदी के बांध में स्थित श्रीसैलम हाइडल पावर प्लांट में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। प्लांट में आग लगने के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। इसके लिए जांच के आदेश दिए गए हैं।

नौ लोग फंसे
नगरकुर्नूल के जिलाधिकारी एल शरमन ने बताया कि जब आग लगी तो बहुत घना धुआं था और इसकी वजह से हम संयंत्र परिसर में प्रवेश नहीं कर पा रहे थे। संयंत्र में फंसे नौ लोगों में एक सब इंजीनियर और एक असिस्टेंट इंजीनियर शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मुख्य ध्येय उन्हें बचाना है…. उनके पास मोबाइल फोन नहीं हैं इसलिए हम उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं और वहां मोबाइल नेटवर्क भी नहीं है।