मुजफ्फरनगर: भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत की ओर से उत्‍तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बुलाई गई किसानों की महापंचायत में भारी भीड़ उमड़ी. यह महापंचायत, दिल्‍ली से लगी उस गाजीपुर बॉर्डर से करीब 150 किमी की दूरी पर हुई जहां नरेश टिकैत के भाई राकेश टिकैत, कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे है.महापंचायत गुरुवार को उस घटनाक्रम के बाद बुलाई गई थी तब यूपी प्रशासन की ओर से आंदोलनकारी किसानों से गाजीपुर क्षेत्र खाली कराने की कोशिश के चलते माहौल तनावपूर्ण हो गया था.

रो पड़े थे राकेश टिकैत
भारी संख्‍या में मौजूद पुलिसबल और लगाई गई मशीनरी ने इन अटकलों को बल दिया था कि किसानों के प्रदर्शनस्‍थल को तोड़ दिया जाएगा. गुरुवार को प्रदर्शनस्‍थल की बिजली और पानी की सप्‍लाई कट कर दी गई थी, हालांकि बाद में इसे बहाल कर दिया गया. किसानों को जब बलपूर्वक भगाया जा रहा था तो किसान नेता राकेश टिकैत, कैमरे के साथ रोते दिखाई दिए थे. उन्‍होंने ऐलान किया था कि कृषि कानूनों पर अंतिम फैसला होने तक वे प्रदर्शन स्‍थल को नहीं छोड़ेगे.

बैकफुट पर पुलिस
उन्‍होंने कहा था, ‘वे किसानों को तबाह करना चाहते हैं, हम ऐसा नहीं होने देंगे. या तो कृषि कानून वापस लिए जाएंगे या फिर टिकैत खुद को मार लेगा. यह किसानों के खिलाफ सा‍जिश है.’ यह वीडियो क्लिप वायरल हो गई थी और इसके परिणाम स्‍वरूप बड़ी संख्‍या में किसान वापस लौटकर गाजीपुर पहुंच गए थे और प्रदर्शन के साथ जुड़ गए थे. यूपी के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रशांत कुमार ने कहा कि यूपी पुलिस का प्रदर्शनकारियों से गाजीपुर एरिया खाली कराने का कोई इरादा नहीं था. उन्‍होंने कहा, ‘बुधवार रात को पु‍लिस, एरिया खाली कराने के लिए नहीं गई थी बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए थी कि असामाजिक तत्‍व, प्रदर्शन में घुसपैठ नहीं करें लेकिन कुछ लोगों ने इस घटनाक्रम को तोड़-मरोड़कर पेश किया. ‘