टीम इंस्टेंटखबर
एक तरफ जहाँ हम हिन्दू मुसलमान के झगडे में देश में बढ़ रही हिंसक वारदातों की ख़बरें लगातार सुन रहे हैं वहीँ गुजरात के अहमदाबाद में एक मुस्लिम ब्रेन डेड युवक के परिवार ने उसके अंग एक हिन्दू शख्स को डोनेट कर दिए. युवक का दिल निकालकर एक हिंदू व्यक्ति के सीने में ट्रांसप्लांट कर दिया गया है. आपसी सौहार्द की यह नजीर उन लोगों के लिए एक सबक है जो दिन रात हिन्दू मुस्लमान किया करते हैं.

दिलचस्प बात यह है कि जब यह ऑपरेशन चल रहा था तब एक तरफ मुस्लिम परिवार नमाज पढ़ रहा था तो वहीं दूसरी तरफ प्रार्थनाओं का दौर भी जारी था.

खबर के मुताबिक एक मुस्लिम युवक 23 अप्रैल को सड़क हादसे का शिकार हो गया था. कच्छ निवासी यह व्यक्ति एक्टिवा चलाते समय सामने से आ रही दूसरी एक्टिवा से टकरा गया था. हादसे के बाद उसके परिवार के सदस्य तुरंत उसे नजदीकी अस्पताल ले गए. हालत गंभीर होने के कारण उसे अहमदाबाद के सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया.

अहमदाबाद सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक राकेश जोशी ने बताया कि व्यक्ति को मेडिकल जांच के बाद हमारे अस्पताल लाया गया. जांच में पता चला कि उसके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया है लेकिन उसके शरीर के अंग काम कर रहे थे. हमें लगा कि उसके अंग दूसरे जरूरतमंद रोगियों के लिए बहुत काम के साबित हो सकते हैं. हमने जांच शुरू की. इस बीच डॉक्टरों की टीम ने उस व्यक्ति के परिवार को अंगदान का महत्व समझाया और वे तैयार हो गए. शरीर से दिल निकालने के बाद सिम्स अस्पताल में 52 वर्षीय हिन्दू व्यक्ति को ट्रांसप्लांट किया गया. गुजरात में यह पहली बार है, जब किसी मुस्लिम व्यक्ति ने अंगदान किया है.