लखनऊ:
वजीरे आजम श्री नरेन्द्र मोदी जी ने हमेशा तालीमे निस्वां पर ध्यान दिया है। उनका नारा है कि बेटी पढाओं,बेटी बढाओ। इस नारे की सही तस्वीर इरम एजूकेशनल सोसायटी, इन्दिरानगर में दिखाई पडती है जहां तालीमे निस्वां का शानदार और मेयारी इन्तेजाम है। मुन्दरजा बाला ख्यालात का इजहार आज अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के साबिक वाईस चांसलर, बीजेपी के एम0एल0सी0 और बीजेपी के कौमी सदर, प्रो0 तारिक मन्सूर ने इरम एजूकेशनल सोसायटी का मुआईना करने के बाद किये। प्रो0 तारिक मन्सूर ने एदारे के बानी, ओैर साबिक मैनेजर, डॉ0 ख्वाजा सैयद मोहम्मद यूनुस के शानदार और नाकाबिले फरामोश तालीमी कारनामों पर खिराजे अकीदत पेश करते हुये कहा कि उन्होंने जिस नामुसाइद हालात, वेसाएल की कमी के बावजूद इतना अजीम और बडा तालीमी ढांचा तैयार कर दिया है जो नाकाबिले फहेम है। उन्होंने इरम एजूकेशनल सोसायटी के मैनेजर, डॉ0 ख्वाजा बज्मी यूनुस, डायरेक्टर ख्वाजा फैजी यूनुस, सेक्रेट्री, ख्वाजा सैफी यूनुस, से कहा कि इस वक्त पूरे मुल्क में मुसलमानों के तालीमी और मआशी हालात बहुत ही खराब हैं। इसलिये हम सबका फर्ज है कि मुसलमानों को तालीम हासिल करने की तरफ रागिब किया जाये। उन्होंने कहा कि हुकूमत जो कुछ कर रही है वह उसका फर्ज है मगर हमको भी अपनी जिम्मेदारियां निभानी चाहिये।

प्रो0 तारिक मन्सूर ने बताया कि इस वक्त खलीजी मुमालिक ओैर खास कर सऊदी अरब ने तालीमे निस्वां को काफी फरोग दिया है। वहां लडकियां हर शोबे में काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब के वली अहद, वजीरे आजम मोहम्मद बिन सलमान, बिन अब्दुल अजीज ने तालीम टेक्नोलॉजी गरज कि हर मैदान में एक इन्केलाब बरपा कर दिया है। प्रो0 तारिक मन्सूर को ख्वाजा फैजी यूनुस ने बताया कि लखनऊ और बाराबंकी में हमारे स्कूलों और कालेजों में 90फीसद लडकियां तालीम हासिल कर रही हैं जिसको प्रो0 तारिक मन्सूर ने सराहा। प्रो0 तारिक मन्सूर ने इरम एजूकेशनल सोसायटी के जिम्मेदारान को मशविरा दिया कि वह यूनानी मेडिकल कालेज के बाद अब एम0बी0बी0एस0 मेडिकल कालेज बनवाना चाहिये।

प्रो0 तारिक मन्सूर ने कहा कि हमारे लिये बडी खुशी की बात है कि मुझको इरम एजूकेशनल सोसायटी की तालीमी सरगर्मियों को देखने का मौका मिला जिसके लिये हम इरम के मैनेजमेंट के शुक्रगुजार हैं। इस मौके पर डा0 अनीस अन्सारी प्रो0 अब्दुल हलीम कासिमी,मोहम्मद आरिफ नगरामी,डॉ0 तारिक हुसैन, और इरम सोसायटी का अमला मौजूद था।