नई दिल्ली। इंग्लैंड ने पिछले दस वर्षों में लगभग हर टीम के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला जीती है लेकिन इनमें पाकिस्तान शामिल नहीं है जिसके विरुद्ध वह शुक्रवार से यहां होने वाले तीसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में जीत दर्ज करके 2010 से चले आ रहे इंतजार को खत्म करने की कोशिश करेगा। इंग्लैंड ने ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले गये पहले टेस्ट मैच में जोस बटलर और क्रिस वोक्स की साहसिक पारियों से तीन विकेट से जीत दर्ज की थी जबकि दूसरा टेस्ट मैच बारिश के कारण अनिर्णीत समाप्त हुआ था। इससे इंग्लैंड ने स्वदेश में पिछली 13 श्रृंखलाओं से अपना अजेय रिकार्ड बरकरार रखा लेकिन वह पाकिस्तान के खिलाफ श्रृंखला नहीं जीत पाया।

इंग्लैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी टेस्ट श्रृंखला 2010 में 3-1 से जीती थी। इसके बाद पाकिस्तान ने उसे 2012 और 2015 में संयुक्त अरब अमीरात में क्रमश: 3-0 और 2-0 से पराजित किया था। पाकिस्तान 2016 के इंग्लैंड दौरे में श्रृंखला 2-2 से और 2018 में 1-1 से बराबर करने में सफल रहा था। वह फिर से इसी परिणाम की उम्मीद में मैदान पर उतरेगा जिसमें बारिश फिर से खलल डाल सकती है।

बारिश के कारण ओल्ड ट्रैफर्ड में दूसरे टेस्ट मैच में केवल 134.3 ओवर का ही खेल हो पाया था और इसलिए इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने बारिश का व्यवधान पड़ने पर समय की भरपायी के लिये अगले दिनों के मैच आधे घंटे पहले यानि स्थानीय समयानुसार सुबह 10:30 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर बाद तीन बजे) शुरू करने का फैसला किया है। मौसम विभाग ने मैच के पांच दिनों में से तीन दिन बारिश की भविष्यवाणी की है।

पहले दिन बादल छाये रहने की संभावना है और ऐसे में टास जीतने वाली टीम पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला कर सकती है। इसलिए दोनों टीमें अपने तेज गेंदबाजी विभाग को मजबूत रखना चाहेंगी। इंग्लैंड अगर इस मैच में जीत दर्ज करता है तो वह न सिर्फ 2010 के बाद पाकिस्तान के खिलाफ पहली टेस्ट श्रृंखला जीतेगा बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) टेस्ट चैंपियनशिप में भी आस्ट्रेलिया से आगे दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगा।

इंग्लैंड के अभी 279 अंक हैं तथा वह भारत और आस्ट्रेलिया के बाद तीसरे स्थान पर है। पाकिस्तान के 153 अंक हैं और यह मैच जीतने पर वह न्यूजीलैंड से आगे चौथे स्थान पर पहुंच जाएगा। इंग्लैंड को आलराउंडर बेन स्टोक्स की कमी खलेगी जो अपने पिता के खराब स्वास्थ्य के कारण पिछले मैच में भी नहीं खेल पाये थे। इंग्लैंड ने उनकी जगह जॉक क्राउली को रखा था जिन्होंने अर्धशतक जमाया था। स्टोक्स की अनुपस्थिति में इंग्लैंड वोक्स और सैम कुरेन को अंतिम एकादश में बनाये रख सकता है।

तेज गेंदबाजी विभाग में स्टुअर्ट ब्राड लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में बाहर किये जाने के बाद उन्होंने पिछले चार मैचों में 26 विकेट लिये हैं। जेम्स एंडरसन यहां की परिस्थितियों में सफल हो सकते। इंग्लैंड तेज गेंदबाजों की रोटेशन की नीति पर चलता है तो फिर जोफ्रा आर्चर या मार्क वुड में से किसी को मौका मिल सकता है। पाकिस्तान ने पिछले मैच मध्यक्रम के बल्लेबाज फवाद आलम को मौका दिया था जिन्होंने लंबे अर्से बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की लेकिन वह केवल चार गेंद तक टिक पाये। यह देखना दिलचस्प होगा कि पाकिस्तानी टीम प्रबंधन घरेलू क्रिकेट के इस अनुभवी बल्लेबाज पर भरोसा दिखाता है या नहीं।

पाकिस्तान की बल्लेबाजी काफी हद तक बाबर आजम पर निर्भर है भले ही कुछ अवसरों पर शान मसूद और आबिद अली ने अच्छा प्रदर्शन किया। पिछले मैच में विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ अच्छी बल्लेबाजी की थी। तेज गेंदबाजी विभाग में शाहीन अफरीदी और मोहम्मद अब्बास ने अब तक नयी गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि नसीम शाह ने पहले बदलाव के रूप में अच्छी भूमिका निभायी है। पाकिस्तान इसी गेंदबाजी आक्रमण के साथ उतर सकता है। पिच से भी शुरू में तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की उम्मीद है।