लखनऊ ब्यूरो
पांच राज्यों का चुनावी कार्यक्रम घोषित होने के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने चुनाव आयोग से अपील की है वह सख्ती से अचार संहिता का राजनीतिक दलों से पालन कराएं. इसके अलावा चुनावों को धार्मिक रंग देने पर भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है, साथ ही इन मामलों में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को निष्पक्षता के साथ, बिना भेदभाव के, कानून के मुताबिक काम कराने को सुनिश्चित करना भी ज़रूरी है.

बसपा सुप्रीमो ने अपने बयान में कहा कि लोकतंत्र में आमजनता को एक व्यक्ति व एक वोट के मताधिकार के जरिए अपनी राय व्यक्त करने एवं सत्ता को जिम्मेदार बनाने का संवैधानिक व लोकतांत्रिक हथियार चुनाव ही है। इसीलिए इसमें किसी प्रकार की बाधा व अड़चन आदि डालने की किसी को भी इजाज़त नहीं दी जानी चाहिये, यह सब चुनाव आयोग को जरूर देखना है।

मायावती ने सपा का नाम लिए बिना कहा कि प्रदेश में एक पार्टी ऐसी भी है जो दूसरी पार्टियों के निकाले हुये लोगों के सहारे व अनेकों पार्टियों के साथ गठबन्धन करके इस चुनाव में 403 में से 400 सीटे जीतने का सपना देख रही है, और इनका यह सपना भी 10 मार्च को जरूर हवा-हवाई होने वाला है।

मायावती ने उम्मीद जताई कि प्रदेश की जनता इस बार चुनाव में किसी भी पार्टी के बहकावे में आने वाली नहीं है और यहाँ अपनी एकमात्र हितैषी पार्टी बी.एस.पी. को ही सत्ता में ज़रूर लायेगी।

मायावती ने कहा कि यूपी के साथ साथ उत्तराखण्ड और पंजाब स्टेट में पार्टी बेहतरीन प्रदर्शन करेगी और पंजाब में शिअद के साथ मिलकर बहुमत से सरकार बनाएगी।