बिहार में वोट चुराते चुनाव आयोग रंगे पकड़ा गया, राहुल का नया बयान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को दावा किया कि चुनाव आयोग बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के नाम पर वोट चुराते हुए “रंगें हाथों” पकड़ा गया है। उन्होंने पूछा कि क्या चुनाव आयोग पूरी तरह से भाजपा की ‘चुनावी चोरी शाखा’ बन गया है।
चुनाव आयोग हमेशा से कहता रहा है कि 22 साल बाद हो रहे इस पुनरीक्षण से मतदाता सूची से अपात्र लोगों और डुप्लिकेट प्रविष्टियों को हटाया जाएगा और कानून के अनुसार मतदान के पात्र लोगों को भी शामिल किया जाएगा।
गांधी ने अजीत अंजुम का एक पोस्ट शेयर किया, जिनका यूट्यूब चैनल बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर एक श्रृंखला चला रहा है।
“बिहार में चुनाव आयोग ‘SIR’ के नाम पर वोट चुराते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। काम तो बस चोरी है, लेकिन नाम ‘SIR’ है और जो इसका पर्दाफ़ाश करेगा, उसके ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज होगी!” गांधी ने X पर हिंदी में एक पोस्ट में कहा।
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, “क्या चुनाव आयोग अब भी ‘चुनाव आयोग’ है या पूरी तरह से भाजपा की ‘चुनावी चोरी’ शाखा बन गया है?”
अंजुम पर स्थानीय प्रशासन द्वारा बेगूसराय ज़िले में सांप्रदायिक तनाव फैलाने का आरोप लगाया गया है।
उन्होंने इस आरोप का खंडन किया था और अपने ख़िलाफ़ दर्ज की गई एफ़आईआर का स्क्रीनशॉट साझा किया था।
विपक्षी दलों ने दावा किया है कि चल रही इस प्रक्रिया से नागरिकता दस्तावेज़ों के अभाव में करोड़ों योग्य भारतीय नागरिक मताधिकार से वंचित हो जाएँगे।
बुधवार को, मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने बिहार के पात्र मतदाताओं को एसआईआर के दौरान मतदाता सूची की “अति आवश्यक” सफ़ाई में उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया।
कुमार की यह टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले एसआईआर के पीछे की मंशा पर सवाल उठाने वाली कई याचिकाओं पर सुनवाई की पृष्ठभूमि में आई है।










