नई दिल्ली। इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के सामने 2 अभ्यास मैच कराने का प्रस्ताव रखा था जिसे ईसीबी ने ठुकराने का काम किया है। विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम 5 अगस्त से शुरू होने वाली इस सीरीज से पहले डरहम के रिवरसाइड मैदान पर काउंटी टीमों के खिलाफ प्रैक्टिस मैच खेलना चाहती थी लेकिन ईसीबी की तरफ से इंकार किये जाने के बाद अब विराट सेना यहां पर दो इंट्रा स्क्वॉड मैच खेलकर टेस्ट सीरीज में उतरेगी। इस मुद्दे को लेकर भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अपनी नाराजगी जताई है।

ईसीबी के प्रवक्ता ने शुक्रवार को इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि कोरोना नियमों को देखते हुए भारतीय टीम टेस्ट सीरीज से पहले 2 चार दिवसीय इंट्रा स्क्वॉड मैच खेलकर सीरीज में उतरेगी। ईसीबी के प्रवक्ता ने बीसीसीआई की गुजारिश पर जवाब देते हुए बताया कि देश में कोरोना वायरस के चलते तेजी से बिगड़ रही हालत के चलते इसका आयोजन कराना मुश्किल होगा।

उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड की काउंटी टीमों के खिलाड़ियों का कोरोना वायरस को लेकर नियमित रूप से टेस्ट किया जा रहा है लेकिन वह किसी बायोबबल का हिस्सा नहीं हैं। वहीं भारतीय टीम भी 14 जुलाई को लंदन में दोबारा इकट्ठा होगी और डरहम के लिये रवाना होगी, जहां पर उसे फिर से बायोबबल में रहना है।

उन्होंने कहा, ‘इंग्लैंड में घरेलू खिलाड़ी किसी भी तरह के बायोबबल का हिस्सा नहीं हैं, ऐसे में उनकी सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है। बायोबबल का हिस्सा नहीं होने के चलते डरहम में भारतीय टीम इंट्रा स्क्वॉड मैच ही खेलेगी।’

उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम में इस समय 24 खिलाड़ी (20 नियमित और 4 रिजर्व) इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज का हिस्सा बनने पहुंचे हैं, जिसे देखते हुए भारतीय टीम दो टीम बनाकर आपस में मैच खेलती हुई नजर आ सकती है। हालांकि ऐसी तैयारी को लेकर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने पहले भी कई सवाल उठाने का काम किया है और साफ किया है कि इससे कोई फायदा नहीं होता है क्योंकि ऐसे मैच में खिलाड़ी को जल्दी आउट होने पर दोबारा मौका दिया जा सकता है लेकिन फर्स्ट क्लास मैच के दौरान ऐसा नहीं होता।