बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में बैंक में बिना मॉस्क प्रवेश करने पर बैंक के सुरक्षाकर्मीं ने एक व्यक्ति को गोली मार दी, घायलवस्था में व्यक्ति को जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है, जिसको गोली लगी है, उसकी पहचान एक रेलवे कर्मचारी के रूप में हुई है, फिलहाल पुलिस ने गोली मारने वाले बैंक के सुरक्षाकर्मीं को गिरफ्तार कर लिया है.

बैंक ऑफ़ बड़ोदा में हुई घटना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, बरेली में जंक्शन रोड पर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के रीजनल कार्यालय में शुक्रवार को बगैर मास्क के बैंक में आए एक युवक को गार्ड ने गोली मार दी। बताया जा रहा है बिना मास्क पहने आने के बाद गार्ड और ग्राहक के बीच कहासुनी हुई थी, इसके बाद गुस्साएं गार्ड ने बंदूक से गोली मार दी।

फॉरेंसिक टीम कर रही है सीसीटीवी फुटेज की जांच
बरेली के पुलिस अधीक्षक (नगर) रवींद्र कुमार ने बताया कि शुक्रवार पूर्वाह्न 11:30 बजे ग्राहक राजेश कुमार बैंक पहुंचा था और बैंक शाखा परिसर में मौजूद सुरक्षाकर्मी केशव प्रसाद मिश्रा से किसी बात को लेकर उसकी कहासुनी हो गई। उन्होंने बताया कि विवाद ने इतना गंभीर रूप ले लिया कि मिश्रा ने कुमार को गोली मार दी जिससे कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्होंने बताया कि कुमार को तत्काल बरेली के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। शाखा की वरिष्ठ प्रबंधक गीता भुसाल ने बताया कि फॉरेंसिक टीम सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है और सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद ही घटना के बारे में कुछ पता चल सकेगा।

बिना मास्क बैंक में घुसने पर मारी गोली
बैंक में गोली चलने की सूचना मिलते ही पुलिस महानिरीक्षक (बरेली परिक्षेत्र) रमित शर्मा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तथा अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हिरासत में लेने से पहले गार्ड को यह चिल्लाते हुए सुना गया कि ग्राहक बिना मास्क के अंदर जाने की कोशिश कर रहा था और इसके लिए रोकने पर उसने उसके साथ दुर्व्यवहार किया।

बैंक ने जताया खेद
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गार्ड ने यह भी कहा कि ग्राहक के जबरन घुसने पर उसे गोली चलानी पड़ी। बाद में बैंक ने बयान जारी करके घटना पर खेद जताते हुए कहा, ‘‘हम उस दुर्भाग्यपूर्ण गोलीबारी की घटना पर गहरा खेद व्यक्त करते हैं जो गार्ड और पीड़ित के बीच एक कथित विवाद के परिणामस्वरूप हुई। घायल को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वह खतरे से बाहर है।’’

पीड़ित परिवार को वित्तीय सहायता
बैंक की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘‘बैंक ने पीड़ित परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान की है। एक निजी सुरक्षा एजेंसी द्वारा तैनात किए गए गार्ड को तुरंत उसकी ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया है और पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया है।