टीम इंस्टेंटखबर
लखीमपुर खीरी हिंसा कांड में एसआईटी की रिपोर्ट आने के बाद से गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की मुसीबतें और बढ़ गयी हैं. विपक्ष जहाँ उनके इस्तीफे की मांग को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार दबाव बढ़ा रही है, वहीँ मंत्री महोदय पत्रकार को गलियां देकर और उनसे धक्कामुक्की कर भाजपा सरकार की मुसीबतें बढ़ा रहे हैं.

विपक्ष खासकर कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ संसद और सड़क से लेकर और सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल रखा है. कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप एक अपराधी को बचा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त किया जाना चाहिए.

प्रियंका गांधी ने अपने ट्ववीट में लिखा, “अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने से सरकार का इनकार उसके नैतिक दिवालियेपन का सबसे बड़ा संकेत है. नरेंद्र मोदी जी, धार्मिक वेशभूषा और धर्मपरायणता का दिखावा इस तथ्य को नहीं बदल सकेगा कि आप एक अपराधी को बचा रहे हैं.”

कांग्रेस महासचिव ने अगले ट्वीट में कहा, “…अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाना चाहिए और कानून के हिसाब से आरोप तय होने चाहिए.”

बता दें कि मामले की जांच कर रही स्‍पेशल इनवेस्‍टीगेशन टीम (SIT) ने मंगलवार को अदालत में अर्जी देकर कहा है कि यह लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला नहीं है बल्कि आशीष मिश्रा और उसके साथियों ने योजना बनाकर किसानों की हत्या की है.

एसआईटी की रिपोर्ट आने के बाद से विपक्ष मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग करते हुए संसद में जमकर हंगामा कर रहा है. विपक्ष का कहना है कि टेनी के पद पर रहते हुए निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है इसलिए उन्हें हटाया जाना चाहिए. विपक्ष के हंगामे के चलते बुधवार और गुरुवार को संसद की कार्यवाही बाधित हुई.