दिल्ली कैपिटल्स ने बुधवार रात धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में पंजाब किंग्स के खिलाफ अपने टाटा आईपीएल 2023 मैच में 15 रन से जीत दर्ज की। रिली रॉसौव ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन करते हुए 37 गेंदों (6×4, 6×6) में 82 रन बनाकर डीसी को 213 रन के स्कोर तक पहुंचाया। लियाम लिविंगस्टोन की 94 रन की पारी (48 गेंदें, 5×4, 9×6) की मदद से पीबीकेएस ने लक्ष्य का पीछा करने की भरपूर कोशिश की जिससे मैच अंतिम ओवरों तक खिंच गया। अंतत: पीबीकेएस लक्ष्य हासिल करने में नाकाम रही और इस कारण उनके प्लेऑफ में पहुंचने की संभावना बेहद कम हो गई है।

टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाज़ प्रज्ञान ओझा ने इस प्रदर्शन पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के कैपिटल्स सीजन की शुरुआत में कहां थे। उन्होंने कहा, “कोच और मेंटर्स पूछ रहे होंगे कि ये दिल्ली कैपिटल्स पहले कहां थे। उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी की। पृथ्वी शॉ और डेविड वॉर्नर ने मजबूत शुरुआत दी और बाद में जब रिली रूसो ने पारी को बखूबी अंजाम तक पहुंचाया। मुझे लगता है, जो मैंने देखा है, जब दबाव था, वे अलग तरह से खेल रहे थे। अब जब दबाव खत्म हो गया है और वे प्लेऑफ की दौड़ में नहीं हैं तो हमें उनसे अलग तरह की बल्लेबाजी देखने का अवसर मिला है।”

पीबीकेएस रन के प्रवाह को नियंत्रित नहीं कर सके, जिसकी सजा दिल्ली के बल्लेबाजों ने उन्हें दी। पूर्व भारतीय खिलाडी आकाश चोपड़ा ने हरप्रीत बराड़ से 23 रन के महंगे अंतिम ओवर फिकवाने के फैसले पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “यदि आप रिली रूसो से पूछते हैं कि वह क्रिसमस पर क्या उपहार चाहते हैं, तो वह आपको बताएंगे, ‘मैं एक बाएं हाथ के स्पिनर के खिलाफ मैच के 20वें ओवर बल्लेबाजी करना चाहता हूं, जबकि मेरे पास पहले से ही 80 रन हों।’ उन्हें ठीक यही उपहार मिला। यहां एक समस्या है। यदि आप एक स्पिनर हैं – इससे पहले हरप्रीत बराड़ ने दो ओवर फेंके थे – तो वह वहां यॉर्कर डालने की कोशिश कर रहे थे। यदि वह यॉर्कर डालने की कोशिश कर रहा है और यदि बल्लेबाज तय कर ले कि वह आगे बढ़ेगा, तो गेंद में यॉर्कर से इसे बदलने की गति नहीं होती है। आप जानते हैं कि एक तेज गेंदबाज यॉर्कर गेंदबाजी कर रहा है, जैसा कि (लियाम) लिविंगस्टन ने मुकेश (कुमार) और खलील (अहमद) के खिलाफ किया, वह अपनी जगह से नहीं हिले क्योंकि अगर आप बाहर कदम बढ़ाते हैं तो आप गेंद तक नहीं पहुंच सकते। बाएं हाथ के स्पिनर गेंदबाजी के खिलाफ वह बाहर ही नहीं निकल रहे थे, बल्कि वह काफी आगे आ रहे थे।”

आकाश चोपड़ा ने गेंदबाजी में रणनीतिक गलतियों की जिम्मेदारी लेने के लिए पीबीकेएस के कप्तान शिखर धवन की प्रशंसा की, लेकिन अर्शदीप सिंह को लेकर कुप्रबंधन की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, “हर कोई गलती करता है और मैं शिखर (धवन) की प्रशंसा करता हूं, जिन्होंने कहा कि हम सभी ने गलतियां की हैं। क्रिकेट के बारे में बात करना आसान होता है, लेकिन गलती स्वीकार करना सराहनीय है। उन्होंने पिछले पांच मैचों में अर्शदीप का सही इस्तेमाल नहीं किया है। वह इतने बड़े खिलाड़ी हैं कि पर्पल कैप की रेस में शामिल थे। आप उन्हें नई गेंद या पुरानी गेंद नहीं देते हो। वह भारत के विश्व कप-स्तर का गेंदबाज हैं जो बाबर आजम को पैड पर मार सकते हैं। आपने उनका कद कम कर दिया और यह मेरे लिए कहीं अधिक निराशाजनक है कि आपने उनके रहते हुए अंतिम ओवर हरप्रीत बराड़ को दे दिया।”